ऑपरेशन विजय में हुए थे शहीद
रहनावा के लांस नायक दयाचन्द जाखड़ 18 नवंबर 1987 को जाट रेजीमेंट में भर्ती हुए थे। ऑपरेशन विजय (करगिल युद्ध) के दौरान शत्रुओं से वीरतापूर्वक लड़ते हुए 12 अगस्त 1999 को वे शहीद हो गए थे। रहनावां गांव के राजकीय विद्यालय में शहीद जाखड़ का स्मारक बनाया हुआ है, जहां 21 जुलाई को उनकी प्रतिमा का खण्डित कर दिया गया। मामले में पुलिस ने एक रिटायर्ड पुलिसकर्मी को गिरफ्तार किया था, जिसे बाद में जमानत पर छोड़ दिया गया जबकि दूसरे आरोपी को पुलिस ने मानसिक विक्षिप्त बताकर गिरफ्तार ही नहीं किया।
सख्त कानून बनाए सरकार
शहीद दयाचन्द जाखड़ की वीरांगना विमला देवी ने बताया कि संभवतया देशभर में शहीद की प्रतिमा को खण्डित करने का यह पहला मामला है और कानून सख्त न होने के कारण आरोपी को दूसरे ही दिन जमानत भी मिल गई। वीरांगना ने सरकार से मांग की है कि शहीदों की प्रतिमाओं की सुरक्षा को लेकर कड़ा कानून बनाया जाए।