पिछले साल यहां नगर परिषद की ओर से 13 करोड़ से नाला निर्माण कराया था। लोगों का कहना है कि यदि परिषद की ओर से अब एक बार और नालों की सफाई और कराई जाती है तो पानी निकासी तेजी से हो सकती है। पिछले साल मानसून सीजन में हुए हादसे के बाद शहरी सरकार ने कई क्षेत्रों में जहां सबक लिया। जबकि कई क्षेत्रों में लापरवाही भी नजर आई। इस कारण स्कूली विद्यार्थियों की भी परेशानी बढ़ गई।
संकेतक लगाए, इधर….आगे नहीं जाए
नगर परिषद ने पिछले साल के हादसे से सबक लेते हुए इस बार कई क्षेत्रों में संकेतक लगाए है। लोगों का कहना है कि संकेतक लगाने से काम चलने वाला नहीं है। शहर के 15 स्थानों से पानी निकासी के इंतजामों में सुधार की आवश्यकता है।लाइव रिपोर्ट: दो से तीन फिट तक भरा पानी
मानसून सीजन की पहली तेज बारिश ने शहर में पानी निकासी की व्यवस्था और नालियों की सफाई व्यवस्था की पोल खोल दी। महज तीन घंटे की बारिश के कारण जिला मुख्यालय पर रोडवेज डिपो, रेलवे स्टेशन, जयपुर रोड, नवलगढ़ रोड, राधाकिशनपुरा, लुहारू स्टैंड, सिल्वर जुबली रोड, नानी बीड, शिव कॉलोनी, चूरू रेलवे लाइन सहित कई इलाकों में दो से तीन फिट तक पानी भर गया। कई घरों व दुकानों में पानी घुस गया। कंट्रोल रूम में शिकायत के बाद भी ध्यान नहीं देने पर लोग अपने स्तर पर ही पानी निकासी करते हुए नजर आए।दर्द: अंडरपास में भरा पानी, आवागमन बंद
बारिश के कारण सीकर के एक मात्र राधाकिशनपुरा अंडरपास सहित कई अंडर पास में पानी भर गया। वाहनों के इंजन में पानी घुसने से कई दुपहिया और चार पहिया वाहन बीच रास्ते में बंद हो गए। इधर, पलसाना, नीमकाथाना, टोड़ा सहित कई जगह अंडरपासों में दर्जनों वाहन फंस गए। हालांकि स्थानीय लोगों ने इनमें फंसे वाहन चालकों को सकुशल निकाल लिया गया। कमोबेश यही स्थिति गांव व ढाणियों की रही।इधर, कलक्टर ने देखे शहर के हाल : नवलगढ़ रोड़, जगमालपुरा डेम, नानी बीड़ सहित शहर के जलभराव क्षेत्रों का किया दौरा
जलभराव की शिकायतों के बीच गुरुवार देर शाम जिला कलक्टर कमर उल जमान चौधरी ने जलभराव वाले क्षेत्रों का दौरा किया। कलक्टर कमर चौधरी ने नवलगढ़ रोड पर जलभराव क्षेत्र का दौरा किया। यहां पानी निकासी को और बेहतर करने के लिए सड़क किनारे बने नालों को साफ-सफाई के नगर परिषद के अधिकारी को निर्देश दिए। कलक्टर ने जगमालपुरा में बनें दोनों डैम का निरीक्षण भी किया। इस दौरान उन्होंने डैम का पैचिंग वर्क करवाने तथा डैम में पानी से हुए मिट्टी कटाव को जल्द ही लेबर लगाकर सही कनाने के लिए निर्देश दिए। इस दौरान उपखंड अधिकारी जय कौशिक, नगर परिषद आयुक्त शशिकांत शर्मा, डीएफओं रामवतार दूधवाल, एक्सएन नगर परिषद प्रतिभा चौधरी आदि अधिकारी मौजूद रहे।पहली बरसात में शास्त्री नगर डूबा
सीकर में मानसून की पहली बरसात हुई । पहली बरसात ने ही सीकर नगर परिषद की पोल खोल के रख दी। रानी शक्ति रोड इलाके के शास्त्री नगर में जलभराव की वजह से लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। लोगों ने बताया कि नाले व चेबर जाम होने की वजह से सैकड़ों घरों में पानी भर गया।सिस्टम में सुधार, और बेहतर करेंगे इंतजाम: आयुक्त
मानसून सीजन से पहले नालों की सफाई का काम शुरू कर दिया था। इस वजह से कई क्षेत्रों में पानी निकासी नहीं हुई है। नवलगढ़ रोड इलाके में पानी निकासी होने से लोगों को राहत मिली है। कन्ट्रोल रूम में दर्ज हुई शिकायतों का भरी बारिश के बीच में टीम लगाकर समाधान कराया है। इस बार हर शिकायत का रेकॉर्ड भी संधारित किया जा रहा है। इससे बारिश का सीजन समाप्त होने के बाद उस क्षेत्र में पानी निकासी के स्थायी समाधान की – शशिकांत शर्मा, आयुक्त, नगर परिषद सीकर
दिनभर की बारिश के बाद भी पानी निकासी: सभापति
शिक्षानगरी की बड़ी समस्या नवलगढ़ रोड पर जलभराव की थी। पिछले साल 13 करोड़ की लागत से नाला बिछाया गया था। यह नवाचार पूरे शहर को राहत देने वाला साबित हुआ है। दिनभर की बारिश के बाद लगभग दस घंटे बाद पानी निकासी हो गई है। इससे इलाके की लगभग 40 साल पुरानी समस्या से भी इलाके के लोगों को राहत मिल गई है। शहर के अन्य स्थानों पर पानी निकासी के बेहतर इंतजाम किए जाएंगे, जिससे लोगों को पूरी राहत मिल सके। – जीवण खां, सभापति, नगर परिषद सीकर