जिले के एकमात्र जीवित स्वतंत्रता सेनानी कालीदास स्वामी का छलका दर्दअगस्त क्रांति सप्ताह के तहत के तहत स्वतंत्रता सेनानी का श्रीमाधोपुर और रींगस में सम्मान
सीकर•Aug 10, 2021 / 06:52 pm•
Suresh
‘जिस आजादी के लिए लड़ाई लड़ी वह अभी तक सपना ही है’
श्रीमाधोपुर/रींगस. जिला कांग्रेस कमेटी ने सोमवार को अगस्त क्रांति दिवस पर जिले के एकमात्र बचे हुए स्वतंत्रता सेनानी कालीदास स्वामी का श्रीमाधोपुर में एक कार्यक्रम में सम्मान किया। इस मौके पर देश की वर्तमान स्थिति को देखते हुए उनका दर्द छलक उठा। उन्होंने कहा कि सम्मान तो होना ठीक है, लेकिन जिस आजादी के लिए लड़ाई लड़ी वह अभी तक सपना ही है। श्रीमाधोपुर में सुबह कांग्रेस जिलाध्यक्ष पीएस जाट ने स्वामी का सम्मान करते हुए बताया कि ऐसे लोगों के चलते ही महात्मा गांधी और कांग्रेस ने आजादी की लड़ाई मजबूत की थी। स्वामी को माला पहनाकर व शॉल ओढ़ाकर सम्मान किया गया। बता दे कि 95 वर्षीय कालीदास स्वामी ने न सिर्फ आजादी की लड़ाई में हिस्सा लिया, बल्कि गरीब, मजदूर तबको को उनका हक दिलाने के लिए भी आंदोलन किया।
उधर जैतूसर गांव में सोमवार को केन्द्र सरकार द्वारा घोषित अगस्त क्रांति सप्ताह के तहत स्वतंत्रता सेनानी कालिदास स्वामी का उनके निवास पर खंडेला उपखंड अधिकारी राकेश कुमार के नेतृत्व में सम्मान किया गया। उपखंड अधिकारी ने राज्य सरकार द्वारा भेजा गया अभिनन्दन पत्र भेंट किया एवं शॉल ओढ़ाकर व श्रीफल देकर सम्मान किया।
इस अवसर पर स्वतंत्रता सेनानी स्वामी ने कहा कि पहले स्वतंत्रता सेनानियों को जयपुर बुलाकर उनका सम्मान किया जाता था लेकिन पिछले 2 साल से राज्य सरकार ने स्वतंत्रता सेनानियों की बढ़ती अवस्था को देखकर घर पर ही सम्मान करने का जो कदम उठाया वह बेहद सराहनीय है। कार्यक्रम के दौरान खंडेला उपखंड अधिकारी राकेश कुमार ने कहा कि सरकार द्वारा चलाए जा रहे इस कार्यक्रम के तहत उन्हें स्वतंत्रता सेनानियों का सम्मान करने का अवसर मिला है यह उनके लिए गर्व की बात है। इस दौरान सभी अधिकारियों ने आश्रम परिसर में एक पौधा भी लगाया। इस अवसर पर रींगस नगर पालिका अधिशाषी अधिकारी ममता चौधरी, सहायक अभियंता मामराज जाखड़, रींगस थानाधिकारी बद्री प्रसाद मीणा, पालिकाध्यक्ष अशोक कुमार, उपाध्यक्ष अमित शर्मा, अशोक धायल कोटडी धायलान, कांग्रेस नेता पीएस जाट, अशोक यादव, मुकेश निठारवाल, अमित जाटावत, पंचायत समिति सदस्य मुक्ति लाल वर्मा, पेमाराम चौधरी, पार्षद राकेश शर्मा, भैरूदास स्वामी, मोहनदास स्वामी, जैतूसर सरपंच श्रवण कुमार आदि थे।
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