सीकर को संभाग व नीमकाथाना को जिले का दर्जा दिलाने के मामले में सीकर, चूरू व झुंझुनूं जिले के कांग्रेस व माकपा नेताओं की गुरुवार को प्रधान जी के जाव में बैठक हुई। इसमें शनिवार को सीकर बंद का ऐलान किया गया। इधर, सीकर संभाग मुख्यालय पर सीकर जिला अभिभाषक संघर्ष समिति की ओर से भी गुरुवार को आक्रोश रैली निकाली गई।
इससे पहले प्रधानजी के जाव में हुई सभा में पीसीसी चीफ व लक्ष्मणगढ़ विधायक गोविन्द सिंह डोटासरा ने राज्य सरकार को निशाने पर लेते हुए कहा कि सरकार ने एक साल में शेखावाटी को कोई भी नया तोहफा नहीं दिया है। भाजपा सरकार की ओर से शेखावाटी के लोगों से पुरानी सौगातों को छीनने का काम किया जा रहा है।
इसको शेखावाटी की जनता बर्दाश्त नहीं करेगी। भाजपा की औकात नहीं कि वह संभाग-जिले रद्द कर दें, यह पर्ची से हुआ है। डोटासरा ने कहा कि, हमारे संघर्ष की जीत होगी। यह आंदोलन जन-आंदोलन बनेगा और सीकर संभाग के लोगों की जीत होगी। यह किसी पॉलिटिकल पार्टी की जीत नहीं होगी, यह यहां के लोगों की जीत होगी।
शनिवार को रहेगा सीकर बंद: अमराराम
सभा में सीकर सांसद अमराराम ने कहा कि जब तक सरकार शेखावाटी की जनता की मांग पर मुहर नहीं लगाती है तब तक आंदोलन जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि आंदोलन कई चरणों में जारी रहेगा। पहले चरण में शनिवार को सीकर संभाग मुख्यालय को बंद रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार की तानाशाही को शेखावाटी की जनता किसी भी सूरत में सहन करने वाली नहीं है।
सोशल मीडिया को बनाएं हथियार- कस्वां
सभा में चूरू सांसद राहुल कस्वा ने भी भाजपा पर जमकर निशाने साधे। उन्होंने कहा कि आज सोशल मीडिया सबसे बड़ी ताकत है। इसका इस्तेमाल इस आंदोलन के लिए किया जाना चाहिए। कस्वा ने युवाओं व आमजन से कहा कि सोशल मीडिया पर भाजपा नेताओं की जो भी पोस्ट आए, उस पर इस मुद्दे पर लिखें, मेरा दावा है कि इससे जीत हमारी होगी और सरकार को वापस बैकफुट पर आना पड़ेगा।
हमारी तरक्की से खुश नहीं भाजपा: माकपा
पूर्व विधायक पेमाराम व माकपा सचिव किशन पारीक ने कहा कि भाजपा शेखावाटी की तरक्की से कतई खुश नहीं है। सीकर संभाग रहता तो यहां भी एम्स, आईआईटी सहित अन्य सुविधाएं आती। लेकिन भाजपा को पसंद नहीं है कि यहां की तरक्की हो। उन्होंने कहा कि पूरे देश में सीकर जिस तरीके से एज्युकेशन हब के तौर पर चमका है उससे साफ है कि सीकर को संभाग व नगर निगम का दर्जा मिलना ही चाहिए।
इन्होंने किया संबोधित
सभा को पूर्व केंद्रीय मंत्री महादेव सिंह खंडेला, नीमकाथाना विधायक सुरेश मोदी, मंडावा विधायक रीटा चौधरी, उदयपुरवाटी विधायक भगवानाराम सैनी, रतनगढ़ विधायक पूसाराम गोदारा, सुजानगढ़ विधायक मनोज मेघवाल, एसएफआई के प्रदेशाध्यक्ष सुभाष जाखड़, नीमकाथाना के पूर्व विधायक रमेश खंडेलवाल, सादुलपुर की पूर्व विधायक कृष्णा पूनिया, कांग्रेस जिलाध्यक्ष सुनीता गिठाला, झुंझुनूं कांग्रेस जिलाध्यक्ष दिनेश सुंडा, सीकर नगर परिषद सभापति जीवण खां, फतेहपुर चेयरमैन मुश्ताक नजमी, रामगढ़ चेयरमैन दूदाराम चौहला, कांग्रेस नेता जगदीश दानोदिया, बीकेयू जिलाध्यक्ष दिनेश सिंह जाखड़, पंचायत समिति सदस्य कुलदीप रणवां व सांवरमल मुवाल, आदि ने भी संबोधित किया। समिति का गठन
आंदोलन के लिए तीन सदस्यीय समिति का गठन किया गया है। यह समिति आंदोलन को तीनों जिलों में संचालित करेगी। समिति में पूर्व विधायक पेमाराम, कांग्रेस जिलाध्यक्ष सुनीता गिठाला व अभिभाषक संघ के अध्यक्ष एडवोकेट भागीरथमल जाखड़ को शामिल किया है।
चलेगा हस्ताक्षर अभियान
कांग्रेस किसान मोर्चा की ओर से संभाग मुख्यालय, सभी जिले व कस्बों में संभाग की मांग को लेकर हस्ताक्षर अभियान शुरू किया जाएगा। मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष राजेंद्र झूरिया ने बताया कि अभियान की शुरूआत चार जनवरी से होगी।