लिस्ट में नाम नहीं
राजसमंद और झुंझुनूं के अस्पताल में आउटडोर और चिकित्सकों की संख्या सीकर के एसके अस्पताल से कम है। इसके बावजूद मरीजों को सुविधा देने और संक्रमण की रोकथाम के प्रयासों में प्रदेश के अस्तपाल एसके अस्पताल से आगे है। पिछले 12 महीनों के दौरान चार बार असिस्मेंट हुए। पिछले दिनो एसके अस्पताल ने खुद के निरीक्षण में 62 फीसदी अंक दिए थे लेकिन बाद में पीयर असिस्मेंट में अस्पताल सेवाएं कमजोर मिली और निरीक्षण में ही फेल हो गया।
यह है कारण
एसके अस्पताल के आउटडोर, ऑर्थोपेडिक्स, फिजीशियन नहीं बैठते। आउटडोर में विशेषज्ञ डॉक्टर समय पर नहीं मिलते। चिकित्सक और नर्सिंग स्टाफ ड्रेस कोड में नहीं आता है। अस्पताल में बायोवेस्ट के निस्तारण की सही व्यवस्था नही हैं। एक साल में 18 शिकायतें चुकी हैं। मरीज उनके परिजन कई बार शिकायत कर चुके हैं कि उनसे इलाज और सुरक्षित डिलीवरी के लिए 1000 से 1500 रुपए तक मांगे गए। डिलीवरी के दरमियान 100 से ज्यादा बच्चों की मौत हुई।
यह है रिपोर्ट
अस्पताल का नाम अंक प्रतिशत
1. आरके राजकीय अस्पताल, राजसमंद 497 99.40
2. जिला अस्पताल, झुंझुनूं 462 92.40
3. एमजीएम अस्पताल हनुमानगढ 456 91.20
4. श्री सांवलियाजी अस्पताल 449 89.80
5. राजकीय बांगड़ जिला अस्पताल 445 89.00
6. यूपीएचसी कुचामन, नागौर 426 85.20
7. अमृतकौर हॉस्पिटल, ब्यावर, अजमेर 368 73.60
8. जिला अस्पताल, जालौर 366 73.20
9. जनरल अस्पताल सवाईमाधोपुर 321 64.20
10. जिला अस्पताल बांसवाड़ा 299 59.80
11. जिला अस्पताल प्रतापगढ़ 298 59.60