सूरमाओं की इस धरा पर लोकसभा चुनाव के लिए पूरी तरह से राजनीतिक किलेबंदी हो चुकी है। भाजपा ने दो बार के सांसद स्वामी सुमेधानंद को ‘हैट्रिक’ बनाने का मौका दिया है तो कांग्रेस ने खुद परहेज कर माकपा के कॉमरेड अमराराम पर किला जीतने की जिम्मेदारी डाली है। कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के गृह जिले की यह सीट उनके लिए प्रतिष्ठा का सवाल बनी है। सीकर लोकसभा क्षेत्र में सीकर, धोद, श्रीमाधोपुर, खंडेला, दांतारामगढ़, लक्ष्मणगढ़, नीमकाथाना, चौमूं सहित 8 विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं। मौजूदा सांसद सुमेधानंद अपने काम और मोदी के नाम पर वोट मांग रहे हैं। वहीं विधानसभा चुनाव में आमने-सामने लड़ने वाली कांग्रेस व सीपीआई लोकसभा चुनाव में मिलकर मोदी पर निशाना साधते हुए भाजपा के विजय रथ को रोकने में पूरा दम लगा रही हैं।
सीकर में परशुराम सर्कल पर राधेश्याम पारीक से चुनावी माहौल के बारे में पूछा तो उन्होंने नई ट्रेन शुरू होने, मेडिकल कॉलेज खुलने जैसे काम गिनाते हुए कहा कि नहर के पानी की जरूरत है। सुमेधानंद को मोदी के नाम पर वोट मिलेंगे। कांग्रेस खुद अपना उम्मीदवार उतारती तो चुनाव और भी टक्कर का होता। इस बीच नाथूराम ने कहा कि जो किसानों की समस्याओं का समाधान कर सके, उसे वोट देंगे। किसानों को सिंचाई का पानी नहीं मिल रहा। रामवतार शर्मा ने ट्रांसपोर्ट नगर की जरूरत बताई तो पवन कुमार ने कहा कि नवलगढ़ पुलिया फोरलेन नहीं होने से आए दिन जाम से दो-चार होना पड़ता है।
सीकर से निकल कर पलसाना गांव पहुंचा, वहां सड़क किनारे खड़े युवक शीशपाल से चुनाव के बारे में पूछा तो वह फट सा पड़ा कि … आपने यह तो सुना ही होगा कि शेखावाटी में यह चलन है कि नौकरी नहीं तो छोकरी नहीं। हर कोई यहां सेना में जाना चाहता है, लेकिन अग्निवीर योजना ने युवाओं के साथ क्या किया…सेना में भर्ती पहले की तरह ही होनी चाहिए। पलसाना में एक पेड़ के नीचे ताश खेल रहे महावीर प्रसाद ने कहा कि सुमेधानंद को वोट मोदी के नाम के ही मिलेंगे। वहीं, सुभाष अग्रवाल ने कहा कि इस चुनाव में यह देखना रोचक होगा कि कांग्रेस के कार्यकर्ता लाल झंडा उठा पाएंगे कि नहीं। जुगल, प्रकाश आदि ने कहा कि गांव में बसें नहीं रुकती। करीब 45 गांव के ढाई लाख लोग इससे प्रभावित हैं, लेकिन किसी को परवाह तक नहीं है।
पलसाना से खाटूश्यामजी पहुंचा तो मंदिर के पास शिवराज सिंह सारण से मुलाकात हुई। उन्होंने कहा कि भले ही कॉमरेड की तरफ लोग होंगे लेकिन क्या कांग्रेस के सारे वोट कॉमरेड की तरफ जाएंगे, यह देखना रोचक होगा। यहां से निकल कर रींगस पहुंचा तो वहां उदयसिंह और राधेश्याम भार्गव ने कहा कि हालांकि मोदी से कोई बैर नहीं… लेकिन बास्केटबॉल ग्राउंड के लिए सांसद सुमेधानंद से दिल्ली में जाकर मिले थे, तब हां तो भर दी और किया कुछ नहीं। इस पर पुष्पेन्द्र सिंह सांसद के पक्ष में खड़े हो गए और राम मंदिर, खाटू-रींगस के लिए ट्रेन आदि कार्य गिनाते हुए इन दोनों पर बरस पड़े।