अमेरिका व दिल्ली में हो सकता है तो यहां क्यों नहीं
विवि के कुलपति का कहना है कि अमेरिका के बहुत सारे ऐसे विश्वविद्यालय है जहां ऑफलाइन परीक्षाएं कभी होती ही नहीं है। वहां ऑनलाइन मोड के जरिए हर बार विवि ऑनलाइन परीक्षाएं ही कराता है। पिछले साल कोरोना की वजह से दिल्ली विवि ने भी इस नवाचार के अपनाया है। जब यहां ऐसा हो सकता है हम भी इस दिशा में विचार कर सकते हैं।
नकल रोकने के उपाय भी
ज्यादातर लोगों का यही सवाल है कि जब ऑनलाइन परीक्षाएं होगी तो विद्यार्थी घरों से आसानी से नकल कर सकेंगे। लेकिन ऐसा सोचना भी काफी हद तक गलत है। कुलपति का मानना है कि विवि की तरफ से पेपर बनाने वाले एक्सपर्ट को प्रशिक्षण दिया जाना चाहिए। यदि प्रश्न पत्र अच्छा हो तो नकल की भी संभावना कम हो जाती हैं, क्योंकि ऑनलाइन प्रश्न पत्र में भी समय की एक सीमा होती है।
विद्यार्थियों व कॉलेजों से संवाद के बाद उठाएंगे कदम
कुलपति ने राजस्थान पत्रिका से खास बातचीत में बताया कि विद्यार्थियों व कॉलेजों के सुझाव के बाद इस दिशा में कोई कदम आगे बढ़ाया जाएगा। उन्होंने कहा कि सबसे पहले विद्यार्थियों की मनोस्थिति को समझना होगा कि वहां कोरोनाकाल में विवि से क्या उम्मीद रखते हैं। इसके बाद बाद कॉलेज प्रबंधन व विद्यार्थियों के सुझावों को शामिल करते हुए ऑनलाइन की दिशा में कदम आगे बढ़ाए जाएंगे।