300 अंकों की प्रवेश परीक्षा में तीन घंटे का समय
शोध के लिए विद्यार्थियों को पहले प्रवेश परीक्षा देनी होगी। परीक्षा में पहला पेपर 100 अंकों का होगा। विद्यार्थी को एक घंटे में 50 सवाल करने होंगे। दूसरा पेपर 200 अंकों का होगा। दो घंटे में विद्यार्थी को 100 सवाल पूरे करने होंगे। तीन घंटे में संपन्न होने वाले इन दोनों पेपर में प्रत्येक विद्यार्थी के 40-40 अंक लाना अनिवार्य है। दोनों पेपर में औसत 50 प्रतिशत अंक और मैरिट के आधार पर ही विद्यार्थी को शोध में प्रवेश मिलेगा।
55 प्रतिशत अंक अनिवार्य
रिजर्व कैटेगरी को छोड़कर स्नातकोत्तर के बाद जिस विषय से विद्यार्थी शोध करना चाहता है, उसमें आवेदन के लिए 55 प्रतिशत अंक होना अनिवार्य हैं। 27 मार्च से आवेदन प्रारंभ हो चुके हैं। विश्वविद्यालय प्रशासन ने 16 विषयों में शोध की 120 सीटें निर्धारित की है। जिसके लिए मई में परीक्षा प्रस्तावित है।
नहीं होगी निगेटिव मार्किंग, सीकर- झुंझुनंू में होंगे परीक्षा केंद्र
शोध के लिए प्रवेश परीक्षा में कोई नेगेटिव मार्र्किंग नहीं होगी। विद्यार्थियों की सुविधा के लिए सीकर व झुंझुनूं दोनों जिला मुख्यालयों पर परीक्षा का सेंटर बनाया जाएगा। रिजर्व कैटेगरी में विद्यार्थियों को 5 प्रतिशत की छूट दी गई है। साथ ही परीक्षा परिणाम की मैरिट सूची में जेआरएफ, एमफिल और नेट पास विद्यार्थियों को बोनस अंक भी मिलेंगे। जेआरएफ में 30 अंकों के साथ 10 प्रतिशत, एमफिल में 21 अंक, 7 प्रतिशत और नेट में 15 अंकों पर 5 प्रतिशत की विशेष छूट (बोनस अंक) दिए जाएंगे।
राजस्थान विश्वविद्यालय के आर्डिंनेंस से होगा शोध
पंडित दीनदयाल उपाध्याय शेखावाटी विश्वविद्यालय का आर्डिंनेंस अभी तक पास नहीं हुआ है। राजभवन ने स्वीकृति के लिए सरकार के पास भेजा है। ऐसे में विश्वविद्यालय प्रशासन ने शोध से संबंधित कार्य राजस्थान विश्वविद्यालय के आर्डिनेंस के आधार पर ही करना तय किया है। विश्वविद्यालय में वर्तमान में कुल 60 सुपरवाइजर नियुक्त किए है।