छात्राओं का कहना है कि एसके कॉलेज प्रशासन छात्रों के प्रदर्शनों को तो तव्वजो देता है, मगर छात्राएं अपनी कोई मांग उठाती हैं तो उसे गंभीरता से नहीं लिया जाता। छात्राओं का यह भी कहना है कि वे तीन दिन से कॉलेज के दरवाजे के बाहर धरना देकर प्रदर्शन कर रही हैं, मगर कॉलेज प्रशासन उनकी समस्याओं के समाधान की दिशा में कोई कदम नहीं उठा रहा। मजबूरन उन्हें शनिवार को अपना आंदोलन उग्र करना पड़ा है।
छात्राओं का कहना है कि कॉलेज में स्टाफ के ६८ पद स्वीकृत हैं, जिनमें से सात ही कार्यरत हैं। जबकि १२ प्रतिनियुक्ति पर चल रहे हैं। स्टाफ के अभाव में छात्राओं की पढ़ाई चौपट हो रही है। इसके अलावा कॉलेज में पेयजल अन्य मूलभूत सुविधाओं का भी अभाव है।
सीकर. अखण्ड एवीबीपी की ओर से राजकीय कन्या महाविद्यालय में शुक्रवार को मुख्य द्वार पर काली पट्टी बांधकर विरोध जताया गया। छात्रा प्रणिता शर्मा ने बताया कि कॉलेज के बार दूसरे दिन भी विभिन्न मांगों को लेकर धरना जारी रहा। इस दौरान पूजा सैनी, सुनीता शर्मा, खुशवू सोनी, स्वाति, अनिता सहित कई छात्राएं मौजूद थी।