शनिवार को हुए हादसे के बाद चूरू जिले के दो घरों में आंसू और सिसकियों का दौर थमा भी नहीं कि रविवार देर शाम टूटी सडक़ के कारण एक कार का टायर फट गया। गनीमत रही कि कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ। इसके बाद भी जिम्मेदार चैन की नींद में है। इससे इलाके के लोगों में काफी आक्रोश है। कहना है कि हर्ष पर्वत की सुध लेने कोई नहीं आता है। शनिवार के हादसे में 600 मीटर नीचे गिरी कार को दूसरे दिन भी नहीं निकाला जा सका।
कार को देखने खाई में उतरे लोग
खाई में गिरने के हादसे की दिनभर लोगों की जुबां पर चर्चा रही। घटना स्थल का नजारा देखने के लिए भी कई लोग हर्ष पहुंचे। इसी बीच कई युवा गहरी खाई में उतरकर कार को देखते हुए नजर आए। गिरने के दौरान कार के कई हिस्से चटानों से टकराकर टूट गए।
600 मीटर नीचे खाई में गिरी, दो के शव मिले
हादसे में घायल एक युवक ने बताया कि वह चूरू से हर्ष दर्शनों के लिए आए हुए थे। वापस आते समय गाड़ी आनियत्रिंत होकर दीवार को तोड़ते हुए नीचे गिर गई। जैसे ही गाड़ी पहली बार किसी पहाड़ी से टकराई तो वह शीशा टूटने की वजह से वह नीचे गिर गया और गाड़ी देखते ही देखते 600 मीटर नीचे खाई में गिर गई। पांच सात मिनट जैसे-तैसे वह हिम्मत कर खड़ा हुआ और दोस्तों के गाड़ी में होने की बात याद आते ही पहाड़ी पर दौडऩे लगा। लगभग 20 मिनट बाद हर्ष मार्ग पर पहुंचा। यहां युवक के जोर-जोर से चीखने-चिल्लाने की आवाज सुनकर गांव के लोग आ गए। युवक ने जब पूरी तरह घटना बताई तो गांव के कुछ युवक तत्काल खाई की तरफ उतर गए। वहीं ग्रामीणों की सूचना पर पुलिस भी पहुंच गए। ग्रामीण व रेसक्यू टीम काफी देर की मशक्त के बाद गाड़ी के पास पहुंची। इस दौरान कार में दो जनों के शव मिले, जबकि अन्य घायल थे।
दीवार तोडकऱ पत्थरों के साथ लुढकती गई कार
हर्ष पहाड़ी पर अनियंत्रित कार दीवार तोडकऱ पत्थरों के साथ लुढक़ती हुई खाई में चली गई। खाई में बने पेड़ भी कार को नहीं रोक सके। खाई में गिरने से कार पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई। कार में सवार लोगों की जान बचाने के लिए गांव के लोग रात के अंधेरे में भी कार के पास पहुंच गए और घायलों व मृतकों को बाहर निकाल लिया। एक घायल पहले ही गिर गया