छात्रसंघ चुनाव : जानिए सीकर में कौनसे संगठन ने किस छात्र नेता पर लगाया है दाव, इस बार यूं बेहद रोचक होंगे चुनाव एसएफआई के रामकृष्ण जाखड़ ने वर्ष 2011 में सर्वाधिक मतों से जीत हासिल की थी। इस बार कला सहित अन्य महाविद्यालयों में फिर जीत का नया रिकॉर्ड लिखने के लिए एसएफआई ने संगठन के पुराने चेहरों पर दांव खेला है। पूर्व छात्रसघ अध्यक्ष रामकृष्ण जाखड़ ने वर्ष 2011 में 2248 वोटों से जीत हासिल की थी। यह रिकॉर्ड अभी तक कोई भी अध्यक्ष पद का उम्मीदवार नहीं तोड़ सका है।
सीकर की इन पांच बहुओं की स्टोरी पढ़कर आप भी कहोगे कि अपनी सास से कोई इतना प्यार भी कर सकता है क्या…? इस वर्ष एसएफआई ने शेखावाटी विवि की मांग को लेकर बड़ा आंदोलन किया था। इसके बाद शेखावाटी के युवाओं को विवि का तोहफा मिला था। अब यह रिकॉर्ड रामकृष्ण जाखड़ के नाम दर्ज रहेगा। क्योकि अब कला, विज्ञान, वाणिज्य संकाय अलग-अलग हो चुके है। ऐसे में अब किसी भी महाविद्यालय में पांच हजार से अधिक वोट नहीं है।
SIKAR के इस आदमी के पास थी महारानी विक्टोरिया के जमाने की दूरबीन, अब बचे हैं सिर्फ आंसू, जानिए हुआ क्या? वर्ष 2012 के बाद छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से बड़ी चुनौती मिलना शुरू हुआ। इन तीन वर्षों में एसके कॉलेज में छात्र संगठनों के बीच टकराव भी हुआ। आखिरकार विद्यार्थी परिषद ने एसएफआई के किले को भी ढहा दिया था। लेकिन इसके बाद खुद विद्यार्थी परिषद की टीम टिकट बंटवारे को लेकर बिखर गई।