2017 की वे बड़ी घटनाएं जिन्होंने सीकर को पूरी तरह से हिला कर रख दिया था।
सीकर•Dec 28, 2017 / 02:25 pm•
vishwanath saini
वर्ष 2017 विदाई बेला की दहलीज पर है। वर्ष २०१७ में अपराध ने अंचल को कई गहरे जख्म भी दिए। शहर के साम्प्रदायिक सौहार्द को भी इस वर्ष किसी की नजर लगी। कई दिन शहरवासी डर...भय के साये में रहे। विरोध-प्रदर्शन और दो गुट आमने-सामने भी हुए। हत्या, चोरी, अपहरण सहित अन्य घटनाओं ने पुलिस को जमकर खुली चुनौती दी। कई मामलों में पुलिस ने खुलासा किया तो कई अभी भी उलझे हुए हंै। आनंदपाल एनकाउंटर के बाद गैंगवार पर कुछ हद तक लगाम लगी, लेकिन पलसाना में सरपंच की हत्या के बाद फिर से अपराध की बेल पनपती दिखी। पुलिस व प्रशासन के गलत निर्णयों के कारण कई बार लोगों को मजबूरन सड़कों पर उतरना पड़ा।
आनंदपाल एनकाउंटर से झुलसा
अपराधी आनंदपाल के पुलिस एनकाउंटर के बाद विरोध की लपटों में सीकर भी झुलसा। एनकांटर को फर्जी बताते हुए समर्थकों ने जगह-जगह रास्ते जाम कर पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन किया। सबसे बड़ा घटनाक्रम सदर थाना इलाके के दुजोद गांव में हुआ। यहां पर आनंदपाल समर्थकों ने धोद तहसीलदार की गाड़ी को आग के हवाले कर दिया। सांवराद में हुई सभा में भी जिले के राजपूत समाज के हजारों लोगों ने भाग लेकर सरकार की कार्रवाई का विरोध किया।
सकुशल मिला ध्रुव
फतेहपुर से व्यवसायी के पुत्र का फिरौती की मांग को लेकर अपहरण कर लिया गया था। पुलिस ने इस मामले में बालक ध्रुव को मुंबई से बरामद कर अपहरणकर्ताओं को भी
गिरफ्तार कर लिया।
ग्रेनेड मिला
सदर थाना इलाके के भढ़ाडर गांव के पास खेत में सेना का ग्रेनेड मिला। पुलिस का मानना है कि यह ग्रेनेड वर्ष १९६५ या १९७१ के युद्ध के दौरान क्षेत्र का कोई सैनिक लेकर आया हो। जिसे बाद में खेत में फेंक दिया गया।
फिल्म का विरोध
फिल्म पद्मावती को लेकर सीकर में कई स्थानों पर विरोध के सुर उठे। युवाओं ने फिल्म निर्माता का पुतला जलाया। वहीं राजपूत समाज की महिलाओं ने इस मुद्दे पर तलवार उठार कहा कि यह हमारी अस्मिता का सवाल है।
पलसाना में हत्या
जुराठड़ा के सरपंच सरदार राव की पलसाना में गोली मारकर हत्या कर दी गई। आपसी रंजिश के चलते जेल में बंद सुभाष बराल और लोरेंस विश्नोई अपने गुर्गों से इस वारदात को अंजाम दिलवाया था। वारदात को अंजाम देने वाले अपराधी शातिर शूटर थे। कार में सवार होकर आए और आठ सेकंड मेंं दुकान पर बैठे सरदार राव के आठ गोलियां मार दी। पुलिस अभी तक वारदात को अंजाम देने वाले शूटर्स को गिरफ्तार नहीं कर पाई है। हालांकि उनकी पहचान कर ली गई है।
देह व्यापार
सीकर शहर के तीन होटलों मे इस वर्ष देह व्यापार पकड़ा गया। पुलिस ने इस कारोबार से जुड़ी युवतियों के साथ दलालों को भी यहां से गिरफ्तार किया।
आग ने छीना जीवन
शहर के मोचिवाड़ा चौक के पास छप्पर में लगी आग में दिव्यांग जिंदा जल गया। आग लगने के बाद वह बाहर भी नहीं निकल पाया। आग की लपटें देखकर लोग वहां पहुंचे, लेकिन कोई उसे बचा नहीं पाया।
सद्भाव पर आंच
सीकर में इस बार साम्प्रदायिक सद्भाव पर भी कई बार आंच आई। शहर के नया दुजोद गेट के पास गणगोर के दिन मारपीट के बाद पथराव के चलते शहर ने तीन दिन तक तनाव का दंश झेला। पुलिस ने दोनों पक्षों की तरफ से आठ मामले दर्ज किए। सीकर के अलावा लक्ष्मणगढ़, फतेहपुर और खंडेला में भी तनाव के दौर आए, लेकिन सद्भाव बरकरार रहा।
मौत पर हंगामा
शहर के जनाना अस्पताल में प्र्रसूता की मौत पर परिजनों ने हंगामा किया। परिजनों का आरोप था कि चिकित्साकर्मियों की लापरवाही से प्रसूता की मौत हुई है। परिजनों ने एम्बूलेंस में शव रखकर प्रदर्शन किया।
ट्रेक पर मौत
ट्रेक के शुरू होने से पहले ही ट्रायल के दौरान इंजन से कुचलने से फतेहपुर क्षेत्र में तीन मजदुरों की मौत हो गई। पटरी पर सो रहे मजदूरों को बचने का मौका तक नहीं मिल पाया। यह दर्दनाक हादसा सूरज उगने से पहले हुआ।
सड़क हादसा
जयपुर रोड पर मलकेड़ा के पास सड़क हादसे में 59 स्कूली छात्र-छात्राएं घायल हो गई। स्कूली विद्यार्थी भ्रमण से वापस लौट रहे थे। हादसे के बाद कल्याण अस्पताल में दर्दनाक दृश्य उत्पन्न हो गया।
सूदखोरों पर डंडा
पुलिस का डंडा इस वर्ष सूदखोरों पर भी जमकर चला। मलकेड़ा गांव में दंपती के आत्महत्या करने के बाद पुलिस ने सूदखोर गिरोह के खिलाफ ५० से अधिक मामले दर्ज किए। तीस से अधिक सूदखोरों को गिरफ्तार किया गया।
कच्छा गिरोह
शहर के राधाकिशनपुरा क्षेत्र में इस बार कच्छा-बनियान चोर गिरोह ने दस्तक दी। यह गिरोह शहर में कोई बड़ी वारदात को अंजाम नहीं दे पाया। घर के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे में जरूर कैद हो गया।
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