मण्डावा गांव में हुआ जन्म, भजनों के थे सम्राट
रतिनाथ महाराज का जन्म झुन्झुनंू जिले के मण्डावा गांव में ब्राह्मण परिवार में हुआ था। वे बचपन में ही वे फतेहपुर के नाथ आश्रम में आ गए थे। कुछ साल झुंझुनूं के टांई नाथ आश्रम में रहकर वे लक्ष्मणगढ़ के बऊं धाम में नवानाथजी महाराज के शिष्यत्व में आ गए थे। सरलता के साथ वे अपने भजन गायकी के लिए प्रसिद्ध थे। जिनके देशभर में हजारों शिष्य थे।
रतिनाथ महाराज का जन्म झुन्झुनंू जिले के मण्डावा गांव में ब्राह्मण परिवार में हुआ था। वे बचपन में ही वे फतेहपुर के नाथ आश्रम में आ गए थे। कुछ साल झुंझुनूं के टांई नाथ आश्रम में रहकर वे लक्ष्मणगढ़ के बऊं धाम में नवानाथजी महाराज के शिष्यत्व में आ गए थे। सरलता के साथ वे अपने भजन गायकी के लिए प्रसिद्ध थे। जिनके देशभर में हजारों शिष्य थे।
सीकर सहित शेखावाटी के कई कस्बे रहेंगे बंद
रतिनाथ महाराज के सम्मान में शनिवार को सीकर शहर, फतेहपुर व लक्ष्मणगढ़ सहित झुंझुनूं के मंडावा व नवलगढ़ सरीखे कई कस्बे बंद रहेंगे। बंद पूरी तरह स्वैच्छिक रखा गया है। जिसके लिए रैवासा पीठाधीश्वर राघवाचार्य महाराज सहित कई संतो ने आह्वान किया है।
रतिनाथ महाराज के सम्मान में शनिवार को सीकर शहर, फतेहपुर व लक्ष्मणगढ़ सहित झुंझुनूं के मंडावा व नवलगढ़ सरीखे कई कस्बे बंद रहेंगे। बंद पूरी तरह स्वैच्छिक रखा गया है। जिसके लिए रैवासा पीठाधीश्वर राघवाचार्य महाराज सहित कई संतो ने आह्वान किया है।