पहले भी हो चुकी घटनाएं
सीएचसी के जिस कमरे में शव रखा जाता है वह कबाड़ व गंदगी से भरा रहता है। प्रसव के बाद की नाल व अन्य गंदगी भी एकबारगी उसी में डाली जाती है। जिसकी वजह से ही कमरे को चूहों ने घर बना रखा है। लापरवाह अस्पताल प्रशासन उसी कमरे को शव रखता है। जिसकी वजह से शव कुतरने की घटनाएं पहले भी हो चुकी है। कुछ दिनों पहले रेल से कटे एक शव को भी इसी तरह चूहों से कुतरे जाने की बात सामने आई थी।
सुसाइड नोट लिखकर की थी आत्महत्या
शव वार्ड दो निवासी 20 वर्षीय हर्ष टेलर का था। वह अपनी दादी के साथ रहते हुए बीए फाइनल ईयर की पढ़ाई कर रहा था। बुधवार शाम को उसने फंदे पर लटककर जान दे दी थी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को सीएचसी पहुंचाया था। मृतक के पास एक सुसाइड नोट भी मिला था। जिसमें लिखा था कि ‘मम्मी पापा मुझे माफ कर देना, मैं जिस तरह जिंदगी जीना चाहता था। मैं न जी पाया और एक अच्छा बेटा भी न बन पाया… सॉरी।’