सीकर

डॉक्टर-इंजीनियर ही नहीं देश को नए सीए देने की खान भी बन रहा राजस्थान, इन शहरों की भागीदारी सबसे ज्यादा

CA Day 2024: देश में हर साल 25 हजार से अधिक सीए तैयार हो रहे हैं। इसमें जयपुर, अजमेर, सीकर सहित कई शहरों की भागीदारी ज्यादा है। राजस्थान में वाणिज्य संकाय में विद्यार्थियों की संख्या में बढ़ोतरी हो तो यहां के युवा बड़े महानगरों को पीछे छोड़ सकते हैं।

सीकरJul 01, 2024 / 10:54 am

Akshita Deora

अजय शर्मा
National Chartered Accountant Day 2024: सैनिकों, डॉक्टरों व इंजीनियरों की फौज तैयार करने वाली राजस्थान की धरती अब सीए की खान भी बन रही है। देश में हर साल 25 हजार से अधिक सीए तैयार हो रहे हैं। इसमें जयपुर, अजमेर, सीकर सहित कई शहरों की भागीदारी ज्यादा है। राजस्थान में वाणिज्य संकाय में विद्यार्थियों की संख्या में बढ़ोतरी हो तो यहां के युवा बड़े महानगरों को पीछे छोड़ सकते हैं। सीए के प्रोफेशन में बेटों को बेटियों से लगातार टक्कर मिल रही है। एक्सपर्ट की मानें तो पिछले वर्षों के आंकड़ों के अनुसार राजस्थान से हर साल करीब 4500 सीए बन रहे हैं।

दुबई, चीन, ऑस्ट्रेलिया तक डिमांड

दुबई, चीन, ऑस्ट्रेलिया सहित दुनिया के सभी देशों में भारतीय सीए की डिमांड काफी तेजी से बढ़ रही है। कोरोनाकाल के बाद देश के सैकड़ों सीए दुनिया की कई नामी कंपनियों का ऑनलाइन काम देश में रहकर ही संभाल रहे है। सीए की लगातार बढ़ती मांग की वजह से सीए का शुरुआती सालाना पैकेज भी बढ़कर आठ से बीस लाख रुपए तक पहुंच गया है।
यह भी पढ़ें

3 साल तक सरकार देगी फ्री में इंटरनेट, इस पोर्टल पर देना होगा विकल्प, आज है अंतिम तिथि

वाणिज्य संकाय में पढ़ाई का रोडमैप व कॅरियर के ऑप्शन

कॉमर्स में कॅरियर के कई नए विकल्प भी खुले हैं। 12वीं कॉमर्स के बाद विद्यार्थी बीकॉम, बीबीए और बीएमएस, ग्रेजुएशन के बाद एमकॉम, एमबीए और सीए जैसे कोर्स भी कर सकते हैं। स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद छात्र सीए या सीएस जैसे प्रोफेशनल कोर्स कर सकते हैं। बीकॉम के बाद अकाउंटिंग, टैक्सेशन, फाइनेंस, कंपनी लॉ, बैंकिंग, इंश्योरेंस, गुड्स अकाउंटिंग जैसे क्षेत्रों में कॅरियर आसानी से बनाया जा सकता है। बीकॉम के साथ बीकॉम (ऑनर्स), बीकॉम इन बैंकिंग एंड इंश्योरेंस, बीकॉम इन फाइनेंशियल मार्केटिंग की डिग्री लेकर विभिन्न क्षेत्रों में नौकरी हासिल की जा सकती है।

राजस्थान में वाणिज्य संकाय में लगातार घट रहे छात्र

बढ़ते रोजगार के अवसरों के बाद भी राजस्थान में वाणिज्य संकाय में विद्यार्थियों का नामांकन कम हो रहा है। विद्यार्थियों के नामांकन का आंकड़ा 30 हजार को पार नहीं कर पा रहा है। जबकि 2002 से 2004 तक वाणिज्य संकाय में डेढ़ से दो लाख विद्यार्थी शामिल होते थे।
यह भी पढ़ें

IMD ने 5 जिलों में जारी किया डबल अलर्ट, आज इन जिलों में होगी झमाझम बारिश, देखें मौसम विभाग की Monsoon Report

भविष्य: 2047 तक चाहिए 30 लाख नए सीए

इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया ने देश में सीए की बढ़ती मांग को देखते हुए साल में तीन बार परीक्षाओं के आयोजन का नवाचार शुरू किया है। देश में वर्ष 2047 तक 30 लाख नए सीए की आवश्यकता रहेगी। ऐसे में दिल्ली, महाराष्ट्र सहित कई राज्यों में तेजी से युवाओं का रुझान इस ओर बढ़ने भी लगा है।
राजस्थान के सीए की दुनियाभर में काफी डिमांड है। सीए के प्रोफेशन में बेटियां भी काफी संख्या में आ रही हैं। दुनियाभर में बदलते कारोबार की वजह से सीए की मांग तेजी से बढ़ रही है। अनुमान है कि 2047 तक देश को 30 लाख नए सीए की आवश्यकता रहेगी। 
सीए आशीष गुप्ता, अध्यक्ष, सीकर ब्रांच

स्कूली शिक्षा में कॉमर्स में विद्यार्थियों का रुझान घटना चिंताजनक है। ग्रामीण क्षेत्र के विद्यालयों में वाणिज्य संकाय नहीं होने, युवाओं को कॅरियर के अवसरों के बारे में नहीं बताए जाने की वजह से यह हालात बने हैं। 
सीए गौरव अग्रवाल, सीकर

Hindi News / Sikar / डॉक्टर-इंजीनियर ही नहीं देश को नए सीए देने की खान भी बन रहा राजस्थान, इन शहरों की भागीदारी सबसे ज्यादा

Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.