2019 Pulwama Attack: वीरांगना बोली… लगता है वे ड्यूटी पर हैं और जल्द वापस आएंगे
बाल-बाल बचे थे राजकुमार
इस आतंकी हमले में सीकर के थोई कल्याणपुरा निवासी राजकुमार झाझडिय़ा बाल-बाल बचे थे। उन्होंने जब आतंकी हमले का आंखों देखा हाल सुनाया तो दिल दहल उठा। वह बताते है कि उनकी आंखों के सामने 40 जवान शहीद हो गए। उन्होंने बताया कि पुलवामा के अवंतीपोरा इलाके में सेना के 78 वाहनों का काफिला गुजर रहा था। वे सेना की सबसे आगे चल रही गाड़ी में सवार थे। इसी दौरान तीसरी बस में जोरदार धमाका हुआ और बस के परखच्चे उड़ गए। सडक़ खून से सनी थी और इधर-उधर साथियों के शव पड़े थे।
अफरा-तफरी का माहौल बन गया। इसके बाद राजकुमार और उनके साथियों ने मोर्चा संभाला और घायल जवानों को बचाने लगे। वहां हाल रूह को झकझोर देने वाला था। हमले के बाद परिजनों का काफी बार फोन आया लेकिन नहीं उठाया। वे अपने साथियों की मदद करने में लगे हुए थे। फिर उन्होंने फोन उठाकर परिवार को बताया कि वह सुरक्षित है लेकिन अपने साथियों को खो दिया।