बोली जाणी मीठी मिसरी, घणी सुहावै माटी
धनवानां, विद्वानां की, आ महापुरुषां की थाती।
अन अनमोल रतन निपजावै, वाह भई शेखावाटी।।
शिक्षानगरी में गुरुवार को हुई भाजपा की सभा में पीएम मोदी ने शेखावाटी के लिए खास दोहा भी सुनाया। पीएम मोदी का किसान महासभा में पढ़ा यह दोहा सोशल मीडिया पर जमकर वायरल भी हो रहा है। पीएम नरेन्द्र मोदी ने राजस्थानी दोहे के जरिए सभा में मौजूद लोगों से जुड़ाव को और मजबूत करने की कोशिश की। पीएम मोदी की ओर से सीकर में इससे पहले तीन सभाओं को
संबोधित किया जा चुका है। लेकिन सीकर की धरती पर पीएम ने दोहा पहली बार पढ़ा है। पीएम ने सीकर की सभा के जरिए
चुनावी बिगुल भी बजा दिया है। उन्होंने सीकर की धरती से किसानों के खातों में सम्मान निधि के 17 हजार करोड़ रुपए ट्रांसफर, मेडिकल कॉलेज, स्कूल सहित कई योजनाओं का लोकार्पण-शिलान्यास करने के बाद जनसभा में पहुंचे। सभा में कांग्रेस व उसके सहयोगी दलों के संगठन के नए नामकरण (यूपीए की जगह इंडिया) पर जमकर निशाना साधा और ‘क्विट इंडिया’ का नारा याद दिलाया। प्रदेश में सियासी हलचल मचा रही लाल डायरी पर बोले। उन्होंने कहा कि राजस्थान में कांग्रेस की लूट की दुकान का सबसे ताजा प्रोडक्ट लाल डायरी है। लोग कह रहे हैं कि इस लाल डायरी में कांग्रेस सरकार के काले कारनामे दर्ज हैं। डायरी के पन्ने खुले तो अच्छे-अच्छे निपट जाएंगे। कांग्रेस के बड़े से बड़े नेताओं की इस लाल डायरी का नाम सुनते ही बोलती बंद हो रही है और अब इस चुनाव में यही डायरी पूरी कांग्रेस का डिब्बा गोल करने जा रही है। मोदी ने संबोधन में कांग्रेस सरकार में राजस्थान में गैंगरेप, पेपरलीक, भ्रष्टाचार, किसानों की कर्जमाफी, तीज-त्योहार में अडंगे लाने के मुद्दे पर घेरा। इस बीच ‘जीतेगा कमल-खिलेगा कमल’ नारा देते हुए शेखावाटी की सभी विधानसभा सीट पर जीत दिलाने के लिए लोगों को संकल्प दिलाया। भाजपा की अभी यहां 21 में से केवल 3 सीट है।
इन मुद्दों पर प्रहार…कहा- इसलिए कांग्रेस को हटाना होगा
1. पेपरलीक : प्रदेश में युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ हो रहा है। यहां पेपर लीक उद्योग चल रहा है। यहां के युवा काबिल है, लेकिन यहां सत्ताधारी दल के लोगों पर भी पेपरलीक माफिया होने का आरोप लग रहा है। युवाओं को इन माफिया से बचाना होगा।
2. गैंगरेप- मां पदमावती और पन्नाधाय की इस धरती की बेटियों के साथ जो हो रहा है, वह आक्रोश से भर देता है। दलित बेटी के साथ दुष्कर्म होता है और फिर उस पर एसिड डाल देते हैं। दलित बहन के साथ उसके पति के सामने गैंगरेप होता है, आरोपी उसका वीडियो बनाते हैं, पुलिस रिपोर्ट नहीं लिखती।छोटी-छोटी बच्चियों, स्कूलें में पढ़ाने वाली टीचर तक यहां सुरक्षित नहीं है। कार्रवाई करने की बजाय कांग्रेस के नेता पीड़ित मिहलाओं पर ही झूठ बोलने का आरोप लगा रहे हैं।
3. पानी : जल जीवन मिशन में कई राज्यों में 100 प्रतिशत काम हो चुका है, लेकिन यहां सरकार काफी पीछे चल रही है। कुंभाराम लिफ्ट परियोजना लटका दी, जिसकी लागत दोगुनी पहुंच चुकी है।
4. गैंगवार : राजस्थान में आए दिन गैंगवार की घटना बढ़ती जा रही हे। शांतप्रिय प्रदेश की साख को बिगाड़ दिया। नागरिकों की सुरक्षा और कानून व्यवस्था खतरे में है।
5. नशा कारोबार : नशे की तस्करी, कारोबार फलफूल रहा है। युवा भी गिरफ्त में हैं।
6. तीज-त्योहार- हमारे तीज-त्योहार पर खतरा मंडरा रहा है। कब पत्थर, गोलियां चलने लगे, कब कफ्र्यू लग जाए, कोई नहीं जानता।
मोदी ने दी इन पर गारंटी
-मेडिकल की पढ़ाई को मातृभाषा में करने का रास्ता दिया। अब अंग्रेजी नहीं जानने वाले गरीब की बेटी-बेटा भी डॉक्टर बन पाएंगे।
-किसानों को सस्ता यूरिया उपलब्ध कराना। पहले कोरोना और फिर रूस-यूक्रेन युदृध के बावजूद कम कीमत पर उपलब्धता।
-इस साल के अंत तक 1.75 लाख और किसान समृदिृध केन्द्र खोलेंगे।
-आदिवासी और गरीब बच्चों के लिए नए स्कूल बनाएंगे।
-राजस्थान में आधुनिक विकास, पक्के घर की गारंटी।
-हर घर तक नल पहुंचाकर रहेंगे।
-मुफ्त राशन,सस्ती दवाई, गरीबों को मुफ्त इलाज।
बहुत हुआ….अब नहीं सहेगा राजस्थान
राजस्थान वीरों-पराक्रमियों की धरती है। ये याचना करने वाले लोग नहीं हैं। ये हुंकार करने वाले लोग हैं। इस बार चारों ओर एक ही हुंकार है, एक ही संकल्प है— बहन बेटियों व दलित पर अत्याचार…नहीं सहेगा राजस्थान, कर्ज से मरता किसान, भ्रष्टाचार, अपराध बेलगाम….नहीं सहेगा राजस्थान। पेपरलीक से युवा परेशान…बहुत हुआ, अब नहीं सहेगा राजस्थान।
बताया, राजस्थान के लिए रोड मैप
राजस्थान के भाजपा का रोड मैप और नीति स्पष्ट है। आगामी पांच साल में जब भारत दुनिया की तीसरी बड़े इकोनोमी देश की सूची में होगा, तो उसमें राजस्थान की बहुत बडी हिस्सेदारी होगी। भाजपा सरकार बनते ही यहां भ्रष्टाचारी—अपराधियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। नौजवानों की आशाओं को सम्मान देंगे। डबल इंजन सरकार बिना रुके, बिना थके काम करेगी।