पैंथर वन विभाग की टीम के पकड़े जाने से पहले करीब सात घंटे तक अधिकारी व कर्मचारियों को अपने पीछे भगाता रहा। इससे लोगों की सांसे भी अटकी रही। इधर एक महीने में ही दूसरी बार शहर में पैंथर नजर आने की घटना से लोगों में भय का माहौल बन गया है। इस दौरान लोग झुंड में एकत्र हो गए तथा हाथों में लाठी-डंडे व सरिए लेकर पैंथर से बचाव व उसको भगाने की कोशिश में लगे रहे। लोग दिनभर इसकी चर्चा करते रहे। सोशल मीडिया पर भी पैंथर के वीडियों व लोगों को घायल करने की तस्वरी वायरल होते रहे। इधर वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि संभवत यह पैंथर शाकबरी या उदयपुरवाटी के पहाड़ी क्षेत्र से विचरण करता हुआ आया है।
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आडू के पेड़ से किया ट्रेक्यूलाइज
पैंथर आने की सूचना के बाद शाम करीब साढ़े चार बजे जयपुर से वन विभाग की रेस्क्यू टीम मौकेे पर पहुंची। टीम के सामने लोगों को पैंथर से बचाने के साथ खुले स्थान पर ट्रेंक्यूलाइज करना एक चुनौती थी। लोगों को देखकर पैंथर इधर से उधर भागता रहा और टीम को छकाता रहा। टीम भी पैंथर के पीछे दौड़ती रही। थकहार कर पैंथर एक आडू के पेड पर चढ़ गया। इसके बाद टीम की अगुवाई कर जयपुर चिड्यिाघर के पशु चिकित्सा अधिकारी अशोक सिंह तंवर ने छह बजकर एक मिनट पर आडू के पेड पर बैठे पैंथर को ट्रेक्यूलाइज कर लिया। इस दौरान पैंथर ने दो लोगों को चेहरे और कंधे पर पंजे से वार किया। जिन्हें कल्याण अस्पताल के ट्रोमा यूनिट में लाया गया। जहां से घायलों के टांके लगाए गए। टीम में असिस्टेंट फोरेस्टर रोशन, वनकर्मी रोशन शामिल रहे।
झाड़ियों में दुबका
पैंथर को सुबह करीब दस बजे सबसे पहले एक खेत में देखा। इस दौरान पहले खेत में काम कर रहे एक शस बजरंगलाल गुर्जर पर हमला कर दिया। बजरंगलाल चिल्लाते हुए दौडा और खेत मालिकों को घटना के बारे में बताया। हमले के बाद पैंथर पास में एक खाली पड़े खेत की झाडियों में दुबक गया। लोगों ने इधर-उधर जाकर पैंथर को तलाशा लेकिन नजर नहीं आया। इसके बाद लोगों ने आस-पास के सीसीटीवी कैमरे में पैंथर के मूवमेंट को देखा। यह भी पढ़ें
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इसके साथ ही पैंथर आने की सूचना तुरंत वन विभाग को दे दी गई। सूचना पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और पगमार्क के आधार पैंथर को झाडियों में छिपा होने की सूचना मुख्यालय दी। इसके बाद रेस्क्यू टीम को सूचित किया। थकहार कर पैंथर एक पेड़ पर चढ़ गया। जहां रेस्क्यू टीम ने पैंथर को ट्रेंक्यूलाइज किया।शाम को खेतों में दौड़ा , टीम ने किया घायल
रेस्क्यू टीम के पहुंचने के बाद पैंथर शाम करीब साढ़े चार बजे बाद झाड़ियों से निकल कर खुले खेतों में दौड़ने लगा। पैंथर को दौड़ते देख लोगों रोंगटे खड़े हो गए और सभी सुरक्षित स्थानों पर खड़े होकर पैंथर के मूवमेंट को देखते रहे। इस दौरान जो शस पैंथर के सामने आया उसे पैंथर ने हमला कर चोटिल कर दिया। पैंथर के हमले में सुभाष(38), लोकेश ( 21 ) और सुरेंद्र (24) घायल हो गए। घायलों को कल्याण अस्पताल की ट्रोमा यूनिट में भर्ती किया गया। जहां तीनों घायलों का इलाज कर उनके टांके लगाए गए। पैंथर को ट्रेंक्यूलाइज करने के बाद वन विभाग सहित ग्रामीणों ने राहत की सांस ली।पहाड़ी क्षेत्र में छोड़ा
ट्रेंकुलाइज करने के बाद फिर से पैंथर वहां से उठकर भीड़ की तरफ दौड पड़ा। रेस्क्यू टीम ने फिर से ट्रेंकुलाइज का इंजेक्शन लगाया और पकड़ लिया। रेस्क्यू टीम ने रस्सी के जाल में पैंथर को पकड़कर पिंजरे में शिट किया। इसके बाद टीम पैंथर को लेकर वन विभाग कार्यालय पहुंची। जहां पैंथर के होश में आने के बाद टीम ने पैंथर को पहाड़ी क्षेत्र में छोड़ दिया। इस दौरान बाहर निकलते ही पैंथर गुर्राया और पहाड़ी क्षेत्र में चला गया।चार साल का है नर
कुडली क्षेत्र में मूवमेंट कर रहे पैंथर को ट्रेंक्यूलाइज कर लिया है। शारीरिक रूप से मजबूत यह पैंथर चार का नर है। उसे देर रात को पहाड़ी क्षेत्र में छोड़ दिया गया है। पिछले माह भी सीकर में नर पैंथर रेस्क्यू किया गया था। अशोक सिंह तंवर, पशु चिकित्सा अधिकारी चिड़ियाघर, जयपुर