इसलिए बढ़ाई प्रवेश तिथि
शिक्षा विभाग का मानना है कि कोरोना की वजह से सैकड़ों परिवार एक शहर से दूसरे शहर में गए है। ऐसे में कई विद्यार्थी लॉकडाउन की वजह से दूसरे शहरों से टीसी नहीं लेकर आ सके है। कुछ परिवार ऐसे है जो लॉकडाउन में ढ़ील मिलने के बाद वापस शहरों में जा रहे हैं। ऐसे में विभाग ने प्रवेश तिथि बढ़ाने का फैसला लिया है।
शिक्षा विभाग का मानना है कि कोरोना की वजह से सैकड़ों परिवार एक शहर से दूसरे शहर में गए है। ऐसे में कई विद्यार्थी लॉकडाउन की वजह से दूसरे शहरों से टीसी नहीं लेकर आ सके है। कुछ परिवार ऐसे है जो लॉकडाउन में ढ़ील मिलने के बाद वापस शहरों में जा रहे हैं। ऐसे में विभाग ने प्रवेश तिथि बढ़ाने का फैसला लिया है।
इधर, अब अधिकारियों को हर सप्ताह करना होगा निरीक्षण
शिक्षा विभाग की ओर से आओ घर से सीखे, बैक टू स्कूल, शिक्षा दर्शन, शिक्षा वाणी व मिशन समर्थ आदि अभियानों के जरिए बच्चों को ऑनलाइन पढ़ाया जा रहा है। अभियान के तहत मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी, अतिरिक्त परियोजना समन्वयक, मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी, अतिरिक्त मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी, सहायक परियोजना समन्वयक को हर महीने चार से 16 स्कूलों का निरीक्षण करना अनिवार्य है। खास बात यह है कि अधिकारियों को हर स्कूल के निरीक्षण की रिपोर्ट ऑनलाइन भी दर्ज करनी होगी।
शिक्षा विभाग की ओर से आओ घर से सीखे, बैक टू स्कूल, शिक्षा दर्शन, शिक्षा वाणी व मिशन समर्थ आदि अभियानों के जरिए बच्चों को ऑनलाइन पढ़ाया जा रहा है। अभियान के तहत मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी, अतिरिक्त परियोजना समन्वयक, मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी, अतिरिक्त मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी, सहायक परियोजना समन्वयक को हर महीने चार से 16 स्कूलों का निरीक्षण करना अनिवार्य है। खास बात यह है कि अधिकारियों को हर स्कूल के निरीक्षण की रिपोर्ट ऑनलाइन भी दर्ज करनी होगी।
भामाशाहों को भी जोडऩे की पहल
शिक्षा विभाग की ओर से ऐसे विद्यार्थियों को भी चिन्हित किया जाएगा जिनके पास ऑनलाइन पढ़ाई को लेकर कोई संसाधन नहीं है। ऐसे विद्यार्थियों को संसाधन मुहैया कराने के लिए शिक्षा विभाग के अधिकारियों की से स्थानीय भामाशाहों को प्रोत्साहित किया जाएगा।
शिक्षा विभाग की ओर से ऐसे विद्यार्थियों को भी चिन्हित किया जाएगा जिनके पास ऑनलाइन पढ़ाई को लेकर कोई संसाधन नहीं है। ऐसे विद्यार्थियों को संसाधन मुहैया कराने के लिए शिक्षा विभाग के अधिकारियों की से स्थानीय भामाशाहों को प्रोत्साहित किया जाएगा।