पिछले तीन दिन से लक्ष्मणगढ़ विधायक और यूआईटी चेयरमैन के बीच चल रहा आरोप-प्रत्यारोप का दौर अब और आगे बढ़ गया है। लक्ष्मणगढ़ विधायक ने यूआईटी चेयरमैन पर गलत आंकड़े पेश कर जनता को गुमराह करने का आरोप लगाया है।
गुरुवार को राज्य सरकार की ओर से आठ ग्रामीण गौरव पथों की वित्तीय स्वीकृति जारी होने के बाद डोटासरा ने एक बार फिर रणवां पर हमला बोला है। डोटासरा ने सार्वजनिक निर्माण विभाग के चीफ इंजीनियर की ओर से जारी आदेश का जिक्र करते हुए बताया कि रणवां ने बठोठ में गौरव पथ स्वीकृत होने का दावा किया था। जबकि गौरव पथ बठोठ में स्वीकृत ना होकर रूल्याणी के लिए हुआ है।
सोशल मीडिया पर मचा रहा घमासान
गुरुवार को राजस्थान पत्रिका में प्रकाशित रणवां व डोटासरा की खबर सोशल मीडिया पर भी छायी रही। वाट्सअप व फेसबुक पर दिन भर कांग्रेस व भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच घमासान मचा रहा।
कांग्रेस कार्यकर्ता जहां एक होकर डोटासरा के पक्ष में बयानबाजी कर रहे थे। वहीं रणवां के मामले में भाजपा तीन तेरह दिखी। भाजपा का एक गुट जहां रणवां का पक्ष ले रहा था, वहीं दूसरी ओर दूसरा गुट दबी जुबान से उनके खिलाफ भी बहस करता नजर आया।
इसी फेज में बनेगा बठोठ का गौरव पथ जतना को गुमराह करने वाली जैसी कोई भी बात नहीं हैं। बठोठ का गौरव पथ भी इसी फेज में हर हाल में स्वीकृत होगा। हरिराम रणवां, यूआईटी चेयरमैन, सीकर
जनता के साथ कर रहे छलावा
डोटासरा ने रणवां को जनता को गुमराह नहीं करने की नसीहत देते हुए सरकारी आंकड़ो से अपडेट रहने की भी सलाह दे डाली। जनता के साथ छलावा करने का आरोप लगाते हुए जनता से माफी मांगने की बात
भी कही।
यह है मामला
गौरव पथों की स्वीकृति जारी होने के बाद विधायक डोटासरा ने राज्य सरकार का आभार जताने का प्रेस नोट जारी किया तो अगले ही दिन रणवां ने पत्रकार वार्ता में डोटासरा पर झूठा श्रेय लेने का आरोप लगाते हुए स्वच्छ राजनीति करने की बात कह डाली। बुधवार को डोटासरा ने पार्टी की संगठनात्मक बैठक में रणवां पर जमकर सियासी हमले बोले थे।