शहीद महेश कुमार को बांधी राखी
2004 में दुश्मनों से लोहा लेते हुए बारामुला में शहीद हुए भैरुंपुरा निवासी महेश कुमार भामू की प्रतिमा पर रविवार को बहन भागवती छब्बरवाल रक्षासूत्र बांधने पहुंची। शहीद वीरांगना सरोज देवी के साथ पहुंची भागवती ने पहले शहीद की प्रतिमा को तिलक लगाकर रक्षासूत्र बांधा और फिर मिठाई खिलाकर आरती की। इसके बाद ही शहीद वीरांगना को रक्षा सूत्र बांधा। इस दौरान भागवती एकबारगी भावुक भी हो गई। हर बार की तरह इस बार भी उसकी आंखें आंसू से छलछला उठी।
करोड़ों बहनों की रक्षा की, भाई पर गर्व
इस दौरान भागवती ने भाई महेश कुमार भामू की शहादत पर गर्व भी जाहिर किया। भागवती ने कहा कि शहीद महेश ने देश के साथ यहां की करोड़ों बहनों की रक्षा करते हुए प्राणों की आहुति दी है। जो सच्चे मायने में रक्षाबंधन को निभाना है। कहा कि शहीद अमर होते हैं और इसलिए उन्हें राखी बांधने की परंपरा वह कभी नहीं तोड़ेगी।
हर काम की शुरुआत शहीद से
शहीद महेश भामू का परिवार महेश भामू को हर काम में पहले याद करता है। वीरांगना सरोज देवी ने बताया कि हर त्योहार से लेकर छोटे बड़े सभी कार्यक्रम में परिवार पहले शहीद प्रतिमा स्थल आता है। इसके बाद ही कोई काम शुरू होता है। रक्षाबंधन की शुरुआत भी शहीद प्रतिमा के राखी बांधने के बाद ही मनाने की पंरपरा है।