उक्त विचार निकतर्वी रलावता में बुधवार को शेखावाटी के संस्थापक महाराव शेखाजी के 530वें निर्वाण दिवस पर आयोजित सभा में राजस्थान विधानसभा के उपाध्यक्ष व महाराव शेखाजी संस्थान के स्थाई अध्यक्ष राव राजेन्द्रसिंह ने व्यक्त किए।
उन्होंने अमरसर में शेखाजी के जीवन दर्शन पर आधारित पैनोरमा व शेखाजी स्मारक के पास सैन्य प्रशिक्षण अकादमी खोले जाने की घोषणा पर मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया।
उन्होंने कहा कि इस अकादमी से श्रेत्र के लोगों का राष्ट्र रक्षा का जो जज्बा है उसे निखारने के नये अवसर मिलेगे और फौज में अधिकाधिक युवाओं को अवसर मिल सकेगा। राव ने बताया कि अकादमी शिलान्यास जून तक हो जाएगा।
इतिहासकार महावीर पुरोहित ने कहा कि महाराव शेखाजी ने 550 वर्ष पूर्व ही पन्नी पठानों के साथ धर्मनिरपेक्ष संविधान तैयार कर उनका जीवन पर्यन्त पालन किया।
संस्थान के सचिव सम्पत सिंह धमौरा ने कहा कि शेखाजी केवल राजपूत समाज के ही नही बल्कि सर्व समाज के युग पुरूष थे और सभी समाज शेखाजी को नारी सम्मान व वीर पुरूष के रूप में श्रद्धा से नमन करते हंंै।
ऐसे में सर्व सम्मान को शेखाजी संस्थान से जुड़ कर उनके व्यक्तित्व को आम जनता तक पहुचाना चाहिए। उन्होंने बताया कि निर्वाण स्थल पर शेखाजी के दो सपूतों दुर्गाजी व पूर्णजी के स्मारक भी आखातीज तक बनाए जाएंंगे।
इस दौरान वक्ताओं ने जयपुर स्थित शेखाजी सर्किल के पास महाराव शेखाजी की मूर्ति लगाने के लिए राज्य सरकार से जमीन उपलब्ध करवाने की मांग भी की गई।
कार्यक्रम में सेवानिवृत उप महानिरीक्षक पंजीयन व मुद्रांक ईश्वरङ्क्षसह राठौड़, भाजपा जिला उपाध्यक्ष बाबूसिंह बाजौर, जयसिंह बिड़ोली, प्रभूसिंह गोगावास, सहायक निदेशक सतत शिक्षा प्रमोद शर्मा, अग्रवाल प्रन्यास के अध्यक्ष प्रमोद सिंघानियां आरपीएससी के पूर्व सदस्य शिवपाल सिंह नांगल, सरपंच अशोक सिंह, भीमसिंह दूधवा, गोरधन सिंह दिवराला आदि उपस्थित थे।