यह है लीव इन रिलेशनशिप का पूरा मामला
-झुुंझुनूं की एक युवती युवक के साथ Live In Relationship में रह रही थी।
-लीव इन के दौरान युवती गर्भवती हो गई। दिसम्बर 2017 में एक बेटे को जन्म दिया।
-सीकर के अस्पताल में पैदा हुए बेटे को युवती तब वहीं छोड़कर चली गई।
-युवती का तर्क था कि लीव इन में पैदा हुए उसके बच्चे को समाज जायज नहीं मानेगा।
-इसलिए वह उसे अस्पताल से घर ले जाने की हिम्मत नहीं जुटा पाई।
-अस्पताल प्रबंधन ने नवजात की मां की तलाश की, मगर कुछ पता नहीं चला।
-ऐसे में बच्चे को अस्पताल से पालनाघर में देखभाल के लिए भिजवा दिया गया।
अब अचानक सामने आई युवती
अब युवती बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश होकर अपना पक्ष रखा है और साथ ही उसने अपने बच्चे को ले जाने की इच्छा जताई है। समिति को युवती ने पूरी हकीकत बताई तो समिति यह जांच करने में जुट गई है कि युवती सच बोल रही है या नहीं। मामले में पुलिस ने युवती के ब्लड सैम्पल लिए हैं ताकि डीएनए टेस्ट करके उसकी कहानी की वास्तविकता का पता लगाया जा सके।
बच्चे के पिता की भी होगी डीएनए जांच
सीकर बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष रतनलाल मिश्रा के अनुसार बच्चे के जैविक माता-पिता का पता लगाने के बाद ही बच्चे को सुपुर्द किया जाएगा। समिति ने सीकर एसपी को पत्र लिखकर युवती के डीएनए जांच करवाने की मांग की है। वहीं युवक के ब्लड सैम्पल लेकर उसकी डीएनए जांच करवाई जाएगी।