PHOTOS : ऐसा दिखता है ईशा अंबानी का ससुराल, देखें पिरामल गेट से लेकर पुश्तैनी हवेली तक की तस्वीरें
पीरामल परिवार की कुलदेवी मां शाकंभरी के भी पहुंचा कार्ड
-आनंंद पीरामल का परिवार मूलरूप से राजस्थान के झुंझुनूं जिले के बगड़ कस्बे का रहने वाला है।
-बगड़ में पीरामल परिवार की ओर पीरामल शिक्षा न्यास संचालित किया जा रहा है, जिससे माध्यम से शिक्षा व स्वास्थ्य के कार्य होते हैं।
-पीरामल शिक्षा न्यास के निदेशक रवि कुमार ओझा मुम्बई से आनंंद पीरामल-ईशा अंबानी की शादी के कार्ड लेकर बगड़ पहुंचे हैं।
-बगड़ में पीरामल परिवार और इनकी जान-पहचान वालों को शादी का कार्ड देकर आनंंद पीरामल की शादी का न्योता दिया जा रहा है।
-इसके अलावा ओझा ने सवाई माधोपुर के रणथम्भोर गणेश मंदिर, पीरामल परिवार की कुलदेवी मां शाकंबरी के दरबार में भी कार्ड चढ़ाया है।
-दोनों ही मंदिरों में चढ़ाया गया ईशा अंबानी व आनंंद पीरामल की शादी का कार्ड
विशेष तरह से डिजाइन किया हुआ है।
-रणथम्भोर व शाकंबरी में चढ़ाया गया ईशा अंबानी व आनंंद पीरामल की शादी का कार्ड तीन इंच मोटा व आधा फीट लम्बा है।
-बगड़ में भी जिन-जिन मेहमानों को शादी का यह कार्ड दिया गया है उनके साथ मिठाई का एक डिब्बा भी है।
-उल्लेखनीय है कि बगड़ कस्बे में पीरामल परिवार की पुश्तैनी हवेली है, जिसे पीरामल हवेली के नाम से जाना जाता है।
यहां के लोग बहू ईशा अंबानी के स्वागत में पलक पांवड़े बिछाए बैठे हैं। इन्हें उम्मीद है कि शादी के आनंद पीरामल व ईशा अंबानी बगड़ भी जरूर आएंगे। हालांकि पूरा पीरामल परिवार लम्बे समय से मुम्बई में रह रहा है, मगर समय-समय पीरामल परिवार बगड़ भी आता रहता है।
एंटीलिया में फेरे लेंगे ईशा-आनंद
ईशा अंबानी व आनंद पीरामल की शादी की मेहंदी रस्म, महिला संगीत आदि कार्यक्रम उदयपुर के उदय विलास होटल में 8 दिसम्बर से चल रहे हैं, जो 9 दिसम्बर तक जारी रहेंगे। इसके बाद 11 से 14 दिसंबर तक मुबई के होटलों में कार्यक्रम होंगे।
ईशा अंबानी व आनंद पीरामल 12 दिसम्बर 2018 को मुकेश अंबानी के मुबई स्थित एंटीलिया नामक घर में पूरे विधि-विधान के साथ सात फेरे लेंगे।