आनंपादल गैंग को चला रहा सुभाष बराल दो साल पहले जेल से जमानत पर छूटा तो उसने जयपुर के विद्याधर नगर में एक फ्लेट को अपना ठिकाना बनाया। उसने वकीलों की फीस, गाड़ी सहित अन्य खर्चे के लिए अपने एक दोस्त से रुपए उधार लिए थे। जब दोस्त ने रुपए मांगे तो सुभाष बराल ने उसी के जानकार एक बिल्डर को लॉरेंस विश्नोई के करोड़ों रुपए की फिरौती देने के लिए जेल से धमकी दिलवाई। बिल्डर ने मामला दर्ज करवाया तो सुभाष बराल फरार हो गया। इसके बाद वह नकली पासपोर्ट से दुबई भाग गया। फर्जी पासपोर्ट बनवाकर विदेश जाने के ये प्रकरण नए नहीं है। इससे पहले भी डूंगरपुर, उदयपुर जयपुर में फर्जी पासपोर्ट बनवाकर विदेश जाने के प्रकरा मामले सामने आए हैं।
रोहित गोदारा विदेश में बैठकर लॉरेंस की गैंग ऑपरेट कर रहा
लॉरेंस गैंग के खास व राजू ठेहट की हत्या में शामिल रोहित गोदारा पर जब राजस्थान पुलिस ने एक लाख रुपए का इनाम घोषित कर दिया तो उसने पवन नाम के युवक के दस्तावेज लगाकर और फिर पासपोर्ट ऑफिस में स्वयं उपस्थित होकर अपनी फोटो खिंचवाई। पासपोर्ट बनते ही वह जून 2022 में दुबई भाग गया। दुबई से वह दूसरे देश में भाग गया। वह सिग्नल एप के जरिए वहीं से सारी गैंग ऑपरेट कर रहा है। उस पर राजस्थान, पंजाब औश्र हरियाणा में भी वारदातें करवाने के मामले दर्ज हैं।
लॉरेंस ने दिल्ली से बनवाए थे पासपाेर्ट :
गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई ने जेल में बैठे-बैठे ही अपने छोटे भाई अनमोल विश्नोई, भांजे सचिन औश्र रोहित गोदारा के फर्जी पासपोर्ट बनवाए थे। ये पासपोर्ट दिल्ली से बनवाए गए थे। गैंगस्टर रोहित गोदारा, लॉरेंस का छोटा भाई अनमोल और भांजा सचिन विदेश भागे थे। अनमोल विश्नोई का फरीदाबाद निवासी भानू के नाम से फर्जी पासपोर्ट बनवाया गया था। वहीं लॉरेंस के भांजे सचिन का दिल्ली के तिलकराज नामक युवक के नाम से पासपोर्ट बनवाया गया था। ये तीनों विदेश में बैठकर हत्या, फिरौती के साथ ही पूरी गैंग का ऑपरेट कर रहे हैं।
इनक कहना है:
गैंगस्टर राेहित गोदारा व सुभाष बराल दोनों ही फर्जी पासपोर्ट से विदेश भाग गए थे। रोहित गोदारा, सुभाष बराल, आनंपाल की बेटी चीनू और ईश्वर कुमावत ने राजू ठेहट की हत्या की प्लानिंग की थी। ऐसे में इनका वारंट लिया है। जल्द ही न्यायालय में इनके खिलाफ 299 में चालान पेश कर मफरूर होने का चालान पेश करेंगे। जिसके बाद इंटरपोल के जरिए इन्हें भारत लाने की प्रक्रिया तेज की जाएगी।
करण शर्मा, एसपी सीकर