ओटी में टिफिन मंगवाने के बाद शुरू हुई कहासुनी
जनाना अस्पताल के ओटी में दोपहर करीब दो बजे गायनिक चिकित्सक डा. महेन्द्र बराला की ड्यूटी थी और पीडियाट्रिक चिकित्सक डा अरूण गोस्वामी की ऑनकॉल ड्यूटी लगी हुई थी। ऑपरेशन के बाद डा. अरूण गोस्वामी ने एक नर्स को ओटी के गेट के बाहर खड़े व्यक्ति से टिफिन अंदर लाने के लिए कहा। नर्स टिफिन लेकर ओटी में लौटी तो किसी कमेंट पर डा. गोस्वामी ने नर्स से नाम पूछ उसे मजाक नहीं करने की हिदायत दी। यहीं से विवाद शुरू हो गया। डा. गोस्वामी का आरोप है कि इस दौरान डा. बराला जोर-जोर से अपशब्द कहने लगे और लात घूंसों से उनकी पिटाई शुरू कर दी। इस दौरान सिर पर नुकीली वस्तु से उनके सिर से खून आने लगा। ब्लड प्रेशर के मरीज होने के कारण वे तुरंत वहां से निकल गए और पूरे घटनाक्रम की जानकारी प्रभारी जनाना अस्पताल और मेडिकल कॉलेज को दी।
मारपीट जैसी कोई बात नहीं
& मारपीट जैसी कोई बात नहीं है। जब मैं ऑपरेशन कर बाहर आया तो डा गोस्वामी जोर-जोर से चिल्ला रहे थे। यह हमारे लिए रोजमर्रा की बात है। -डा. महेन्द्र बराला, गायनिक चिकित्सक, जनाना अस्पताल
मेरे साथ मारपीट की
डॉ महेन्द्र बराला ने जनाना अस्पताल के ओटी में मेरे साथ मारपीट की। इस दौरान नुकीली बस्तु से हमला करने के कारण मेरे खून भी निकला। -डॉ अरूण गोस्वामी, शिशु रोग विशेषज्ञ, सीकर
कोई शिकायत नहीं मिली
मेरे पास इस संबंध में कोई शिकायत नहीं मिली है। शिकायत मिलेगी तो निश्चित तौर पर जांच कराएंगे। इस मामले में दोनों चिकित्सकों से भी बात की जाएगी। -डॉ बीएल राड़, प्रभारी, जनाना अस्पताल सीकर
यहां नई बात नहीं डॉक्टरों में धक्कामुक्की आइसीयू में भर्ती होना पड़ा था
चिकित्सकों के बीच विवाद का यह पहला मामला नहीं है। एसके अस्पताल में कई बार सीनियर और जूनियर चिकित्सकों के बीच ड्यूटी को लेकर तनाव की स्थिति बन जाती है। नाम नहीं छापने की शर्त पर जूनियर चिकित्सकों ने बताया कि पहले भी अस्पताल में सीनियर और जूनियर चिकित्सक के बीच ड्यूटी लगाने को लेकर धक्का मुक्की तक हो गई। एक चिकित्सक को आइसीयू में भर्ती करना पड़ा था। बाद में उसे रैफर किया गया। इसके अलावा अस्पताल में कई अव्यवस्थाएं अक्सर सामने आई है। साफ-सफाई व मरीजों के इलाज को लेकर भी कई बार तनातनी हो चुकी है।
जोधपुर में गर्भवती के ऑपरेशन के दौरान झगड़ पड़े थे डॉक्टर
जोधपुर के उम्मेद अस्पताल के ओटी में भी कुछ समय पहले इस तरह का मामला सामने आया था। वहां एक गर्भवती महिला का पेट चीरा हुआ था और ऑपरेशन चल रहा था। ऑपरेशन के दौरान ही दो डॉक्टर झगड़ पड़े। गर्भस्थ शिशु की धडकऩ कम होने की वजह से यह इमरजेंसी ऑपरेशन था। ऑपरेशन के कुछ देर बाद ही नवजात ने दम तोड़ दिया था।