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डिपो ने माना सही, एमडी ने माना गलत
सीकर डिपो ने चालक की इस लापरवाही के बावजूद महज तीन दिन बाद ही चालक को फिर ड्यूटी ज्वाइन करवा दी जबकि प्रकरण की मुख्यालय स्तर पर जांच हो रही थी, लेकिन डिपो प्रबंधन ने 559 किलोमीटर का कटेलमेंट करवाने के दोषी चालक को वापस दिल्ली रूट पर भेज दिया। चालक को उसी रूट पर दुबारा भेजने की मंशा डिपो प्रबंधन की लापरवाही बता रही है। हालांकि मुख्यालय की गाज गिरने से बचने के लिए डिपो प्रबंधन ने चालक को दोषी माना है। मुख्यालय के आदेशों को दरकिनार करने वाली इस इस घटना के बाद डिपो की गलत कार्यशैली भी उजागर हुई है। सूत्रों के अनुसार डिपो प्रबंधन ने दोषी चालक को आर्थिक लाभ पहुंचाने के लिए गंभीर आरोप के बावजूद 16 सितम्बर को ज्वाइन करवाया है। मुख्य प्रबंधक का कहना है कि उनकी रिपोर्ट के आधार पर ही निलम्बन हुआ है।
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ये था मामला
सीकर डिपो ( Sikar Depo ) से रोडवेज की बस 12 सितम्बर को दिल्ली के लिए रवाना हुई। दिल्ली जाते समय झुंझुनूं बस डिपो पर चालक रामेश्वर सैनी ने शराब पी। बस के रवाना होने के बाद नशे के कारण बस लहराने लगी इस पर यात्रियों ने कंट्रोल रूम में सूचना दी। इस पर बस को बगड़ के पास रोक दिया गया। बस रुकने पर चालक रामेश्वर मौके से फरार हो गया। बस को यात्रियों के नहीं मिलने पर चिड़ावा से वापस लाया गया। इससे निगम को नुकसान हुआ।