दीपावली: लक्ष्मी पूजन के बाद आज भी बही में लिखते हैं जानकारी, भेजते हैं पत्र
इस कारण 11 अक्टूबर शनिवार की रात्रि 10 बजे मंदिर के पट आम दर्शनार्थ बंद कर दिए गए थे। दिवाली के दिन शाम 5 बजे मंदिर के पट खोले गए। इसके बाद देशभर से आए भक्तों ने श्याम दरबार में दीप जलाकर अपने आराध्य देव बाबा श्याम के दर्शन कर परिवार की सुख-समृद्धि की कामना की। इस अवसर पर श्याम मंदिर कमेटी द्वारा श्री श्याम मंदिर को फूल मालाओं और झालरों से सजाया गया। सांवले सरकार को स्नान करवाकर विशेष पोषाक पहनाई गई तथा सुगंधित फूलों से श्रृंगार किया गया। बाजार में दुकानदारों ने दुकानों को फूल-मालाओं से सजाया। मंदिर परिसर में स्थित गोपीनाथ मंदिर, गुवाड़ चौक में स्थित राधा वल्लभ मंदिर, शीश के दानी श्याम मंदिर सहित बाय के लक्ष्मीनाथ मंदिर को भी विशेष रूप से सजाया गया।
दौसा जिले के आस्था धाम मेहंदीपुर बालाजी मंदिर में दीपावली का त्योहार हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। यहां दीपोत्सव मनाने देशभर से श्रद्धालु पहुंचे। मंदिर प्रशासन की ओर से समूचे मंदिर परिसर को आकर्षक रोशनी से सजाया गया। वहीं राममंदिर व राधाकृष्ण मंदिर के गर्भग्रह को फूलों से सजाया गया। यहां सुबह से ही दीपोत्सव मनाने राजस्थान के विभिन्न क्षेत्रों से लेकर दिल्ली, उत्तरप्रदेश, हरियाणा समेत देशभर से श्रद्धालुओं का पहुंचना शुरू हो गया। श्रद्धालुओं ने बालाजी महाराज के दर्शन कर खुशहाली की कामना की। दीपोत्सव को लेकर स्थानीय व्यापारियों में उत्साह नजर आया। मंदिर परिसर के अलावा पूरे कस्बे में लोगों ने अपने घरों व दुकानों को आकर्षक रोशनी से सजाया तथा रंगोली बनाई।
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सालासर के दरबार में दीपावली पर उमड़ी आस्था
सिद्ध पीठ सालासर बालाजी महाराज के दरबार में दीपावली के पर्व पर आस्था उमड़ी। भक्तों ने परिवार सहित अंजनी सुत लाल लंगोटे वाले के दरबार में धोक लगाकर परिवार में सुख-वैभव की कामना की। भक्त माला, नारियल, पेड़ा, लड्डू, चूरमा आदि चढ़ाकर अपनी कामना बालाजी को सुना रहे थे। श्री हनुमान सेवा समिति के अध्यक्ष यशोदानंदन पुजारी ने बताया कि मंदिर को विशेष रूप से सजाया गया है। कमेटी ने व्यवस्था सुगम कर रखी है। जिससे प्रत्यके भक्त को बालाजी महाराज के दर्शन आसानी से हो सकें।