लक्ष्मणगढ़ विधानसभा क्षेत्र से गोविन्द सिंह डोटासरा जीते हैं। वर्ष 2018 का विधानसभा चुनाव जीतने के साथ ही डोटासरा के नाम दो रिकॉर्ड भी हो गए।
एक तो यह कि डोटासरा ने जीत की हैट्रिक लगा दी गई है। दूसरा रिकॉर्ड यह कि इस बार डोटासरा ने रिकॉर्ड मतों से जीत हासिल की है। सीकर जिले में 22 हजार 559 मतों से सबसे बड़ी जीत डोटासरा की ही हुई है।
इनके अलावा धोद से कांगे्रस के परसराम मोरदिया ने भी 14 हजार 99 मतों से जीत दर्ज की है।
झुंझुनूं में राजकुमार शर्मा व बृजेन्द्र ओला की हैट्रिक
सीकर. राजस्थान विधानसभा चुनाव 2018 में झुंझुनूं विधानसभा क्षेत्र से बृजेन्द्र ओला और नवलगढ़ विधानसभा क्षेत्र से राजकुमार शर्मा ने जीत की हैट्रिक बना दी है। ओला इस बार लगातार तीसरी बार कांग्रेस से जीते हैं, वहीं डॉ. राजकुमार ने वर्ष 2008 में बसपा, 2013 में निर्दलीय और 2018 में कांग्रेस की टिकट से चुनाव जीते हैं।
कांग्रेस की पूर्व सरकार में दोनों ही नेता मंत्री भी रह चुके हैं। उधर, उदयपुरवाटी विधानसभा क्षेत्र से बसपा के राजेन्द्र गुढ़ा जीते हैं। वर्ष 2008 में भी गुढ़ा ने बसपा की टिकट जीत दर्ज की थी। इसके बाद 2013 में कांग्रेस की टिकट से चुनाव हार गया था। इस बार कांग्रेस ने गुढ़ा की बजाय भगवाना राम सैनी पर दावं लगाया था। उदयपुरवाटी में गुढ़ा ने भाजपा के शुभकरण चौधरी व कांग्रेस के भगवाना राम सैनी को पीछे छोड़ चुनाव जीत गए।
जिले की राजनीति पर असर
15 वीं विधानसभा के चुनाव परिणामों की गूंज दूर तक सुनाई देगी। राजनीतिक रूप से जागरुक सीकर जिले ने सत्ताधारी दल को अच्छा सबक सिखाया है। पिछले चुनाव में भाजपा को जिले में पांच. दो में कांग्रेस व एक में निर्दलीय प्रत्याशी जीते थे। इस बार जनता ने विपरीत जनादेश देते हुए बीजेपी को नकार दिया। जिले में आठ में से सात पर कांग्रेस व एक पर निर्दलीय को जिता कर राज्य भर में संदेश दे दिया। इन नतीजों को 2019 के चुनाव का सेमीफाइनल माना जा रहा है।
डाक मत पत्रों में कांग्रेस आगे
विधानसभा चुनावों के लिए मतगणना शुरू होते ही सबसे पहले डाक मतों की गिनती शुरू की गई। इसमें कांग्रेस को बढ़त मिली। सबसे पहले सीकर व लक्ष्मणगढ़ के नतीजे आए। इसमें कांग्रेस के प्रत्याशी राजेंद्र पारीक, लक्ष्मणगढ़ से गोविंद सिंह डोटासरा व खंडेला से सुभाष मील आगे रहे।
कृष्णा पूनियां 18 हजार वोटों जीती, अब लोगों में शुरू हो गई यह चर्चा
सीकर। कांग्रेस प्रत्याशी कृष्णा पूनियां चूरू जिले के सादुलपुर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव जीत गई है। कृष्णा ने 70 हजार 20 वोट हासिल किए। 51 हजार 936 वोट लेकर बसपा के मनोज न्यांगली दूसरे स्थान पर रहे। कृष्णा पूनियां ने 18 हजार 84 मतों से जीत दर्ज की है।
कृष्णा की जीत के साथ ही लोगों में यह चर्चा शुरू हो गई है कि इन्हें खेल मंत्री बनने का अवसर मिल सकता है। इन्हें म़़ंत्रिमंडल में जगह मिलती है या नहीं यह तो आने वाला समय ही बताएगा। लोगों में चर्चा की वजह यह है कि कृष्णा पूनियां खेल जगत से है। एथलीट कृष्णा पूनिया डिस्कश थ्रो की खिलाड़ी है। कई पदक अपने नाम कर चुकी हैं। इन्हें पदमश्री से भी सम्मानित किया जा चुका है।