उन्होंने कहा कि देश के लोगों के खिलाफ जो नीतियां बनी हैं उन्हें रद्द करने के लिए आंदोलन लगातार आगे बढ़ाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि मेरे राजनीतिक कॅरियर की शुरुआत इसी जाट बोर्डिंग से हुई है। मैंने नवीं क्लास में ही इस छात्रावास में एडमिशन ले लिया था। यह छात्रावास अंग्रेजों और सामंतशाही के खिलाफ संघर्ष के माध्यम से इस छात्रावास का निर्माण हुआ था। जहां गांव के लोग अपनी समस्याओं पर विचार कर सके और उनके बच्चे यहां पढ़ सके। जब देश में किसान 13 महीने तक सड़कों पर सोए तो अमराराम ने भी उनके साथ सड़कों पर सोने का काम किया। उन्होंने कहा कि सीकर लोकसभा की आवाज संसद में मजबूती से उठाने का काम आपके परिवार का यह सदस्य करेगा। इसके बाद भी सरकार ने सीकर के लोगों को हक नहीं दिया तो सरकार को झुकाने का काम भी किया जाएगा। सांसद ने कहा कि युवाओं, किसानों व महिलाओं सहित अन्य वर्ग के लिए जो कानून थोपे गए है उनके खिलाफ जनता की आवाज बनने का का काम भी किया जाएगा। जाट बोर्डिंग हाउस संस्थान के प्रेस सचिव हरिराम मील ने बताया कि कार्यकारिणी सदस्यों की ओर से सांसद अमराराम का अभिनंदन किया गया। इस मौके पर अध्यक्ष गणेश बेरवाल, सचिव केडी नेहरा, सुरेश थालोड़, ऊंकार मूण्ड, बनवारी लाल नेहरा, छाजूराम मंगावा, मुकेश कुमार ,नरेश भास्कर लिखमाराम बगड़िया, भोलाराम आदि मौजूद रहे। यहां भढाढर निवासी लिखमाराम बगड़िया ने संस्थान को 51 हजार रुपए राशि देकर अभिनंदन किया।