कांस्टेबल की आत्म हत्या की सूचना पर उसके पिता प्यारे लाल और अन्य परिजन मौके पर पहुंचे। शव को अस्पताल ले जाने तक गांव से ओर भी लोग मौके पर पहुंच गए। जिन्हेांने कांस्टेबल के सुसाइड नोट के आधार पर दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग शुरू कर दी। पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारे लगाते हुए शव लेने से भी इन्कार कर दिया। तब से पुलिस और प्रशासन के अधिकारी उन्हें लगातार समझाने की कोशिश कर रहे हैं।