राजपूतों के इतिहास का पुन: शोध जरूरी
उन्होंने कहा कि राजपूतों के प्रति इतिहास सही ढंग से नहीं लिखा जाने के कारण इतिहास के पुन: शोध की आवश्यकता है। फिल्मों व साहित्य में राजपूत समाज के नकारात्मक पक्ष को ज्यादा दिखाया गया है बल्कि राजपूत राजाओं ने समाज की सेवा कर मातृभूमि की रक्षा व सर्व समाज के कल्याण की भावना से सदैव कार्य किया है, अत: इतिहास में फिर शोध कर वास्तविक इतिहास को उजागर करने की आवश्यकता है। उन्होंने शोखाजी स्मारक के पास बन रही महाराव शेखाजी सशस्त्र बल प्रशिक्षण अकादमी को क्षेत्र ही नहीं अपितु प्रदेश के लिए विशेष उपलब्धि बताते हुए कहा कि इससे सेना में राजस्थान की सहभागिता और बेहतर ढंग से बढ़ सकेगी।
समारोह को राजस्थान वरिष्ठ जन आयोग के अध्यक्ष गोपाल सिंह शेखावत महाराव शेखाजी के आदर्शों से प्रेरणा लेकर युवाओं से समाज हित में काम करने की अपील की। इस अवसर पर महाराव शेखा संस्थान के कार्यकारी अध्यक्ष जालिम सिंह आसपुरा, संस्थान के सचिव संपत सिंह धमोरा, इतिहासकार महावीर पुरोहित सहित अनेक वक्ताओं ने समारोह को संबोधित किया।
इस दौरान ईश्वरसिंह राठौड़, मदनसिंह गोगावास, बाबूसिंह बाजोर, प्रभुसिंह गोगावास, महाराव शेखा संस्थान के कोषाध्यक्ष गोरधनसिंह दिवराला, राजेंद्रसिंह जेरठी, भीमसिंह दुधवा, जगदीशसिंह नाद, हरिसिंह खेलना आदि ने महाराव शेखाजी को श्रद्धांजलि दी।
समारोह के अंत में पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल के पति देवीसिंह शेखावत व वरिष्ठ नेता लोकेंद्र सिंह कालवी के बीते दिनों निधन होने पर मौन धारण कर दिवंगत आत्माओं को श्रद्धांजलि अर्पित की गई।