बोले, मोबाइल फोन अलग- अलग तरह के आते हैं। जो देने में भेद हो जाएगा। ऐसे में यदि एक जैसे मोबाइल नहीं मिले या टेंडर नही हुए तो डीबीटी के तहत मोबाइल की राशि महिलाओं के खाते में भेज देंगे। इससे वे अपनी पसंद का मोबाइल खरीद सकेगी। हालांकि उन्होंने ये भी कहा कि रुपए उन्हीं ही देंगे जो मोबाइल खरीदेगा।
खंडेला को नीमकाथाना की बजाय सीकर जिले में ही रखने की घोषणा के साथ उन्होंने ईडी व पुराने बयानों के आधार पर पीएम मोदी व भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा पर भी सियासी तीर चलाए। उन्होंने कहा कि नड्डा कहते हैं कि 2014 से पहले भारतीय सैनिक दुश्मनों के सामने घुटने टेकते थे।
उनका ये बयान उन शहीदों का अपमान है जो 1965 व 1971 के पाकिस्तान व 1999 के करगिल युद्ध में शहीद हुए सैनिकों की शहादत का अपमान है। किसानों के तीन कानून व उज्जवला योजना के मुद्दे पर पीएम मोदी को घेरने के साथ उन्होंने 70 साल में कांग्रेस द्वारा कुछ नहीं करने के उनके बयान पर भी पलटवार किया। कहा, कि कांग्रेस ने 70 साल तक लोकतंत्र बचाकर रखा तभी नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बन पाए।
बोले, मोदी कांग्रेस मुक्त भारत की बात कर रशिया व चाइना की तरह एक पार्टी का शासन करना चाहते हैं। पर ये लोकतंत्र के लिए खतरा है। फ्री बिजली, आरटीएच, महंगाई राहत शिविर, चिरंजीवी स्वास्थ्य व बीमा योजना, भर्तियों, ओपीएस, सडक़ विकास आदि उपलब्धियां गिनाते हुए उन्होंने जनता को माई बाप कहते हुए आगामी चुनावों में कांग्रेस के पक्ष में मतदान करने की अपील भी की।
चुनावी साल में लिस्ट लेकर पहुंचती है ईडी
सीएम गहलोत ने प्रदेश में ईडी की कार्रवाई पर भी केंद्र सरकार पर निशाना साधा। प्रेसवार्ता में उन्होंने कहा कि चुनावी साल में ये अपेक्षित था। जहां भी चुनाव होते हैं वहां ईडी को विपक्ष के सहयोगियों की सूची देकर भेजा जाता है। आगे कहा कि ईडी, आईटी व सीबीआई जैसी संस्थाओं को निष्पक्ष ढंग से काम करना चाहिए।
यदि ऐसा होगा तो हम उसका स्वागत करेंगे। कार्यक्रम में कांग्रेस प्रदेश प्रभारी सुखजिंदरसिंह रंधावा, एआईसीसी सचिव काजी निजामुद्दीन, प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, प्रभारी मंत्री शकुंतला रावत, विधायक महादेव सिंह खंडेला, राजेंद्र पारीक सहित कई कांग्रेसी नेता मौजूद रहे।