पांच दिन पहले हुआ था लापता, मौके पर पोस्टमार्टम
थानाधिकारी सुनील जांगिड़ ने बताया कि नागौर जिले कुचामन क्षेत्र के कनवाड़ी गांव निवासी रतनलाल मेहनत मजदूरी का पेट पालता है। वह अपने पांच बच्चों के साथ गांव में ही किराया के मकान में रहता है। उसका 12 वर्षीय बेटा नेमीचंद घर से 21 जुलाई को लापता हो गया। परिजनों ने उसकी आसपास में तलाश की, लेकिन कोई पता नहीं चल पाया। रविवार को जर्जर हवेली से दुर्गंध आने पर ग्रामीणों ने हवेली में जाकर देखा तो उसका शव पड़ा पाया। सूचना पर एसपी, एएसपी और पुलिस अधिकारियों ने मौका मुआयना किया। चार दिन पुराना होने के कारण शव से तेज दुर्गंध आ रही थी। ऐसे में मेडिकल टीम को मौके पर ही बुलाकर शव का पोस्टमार्टम करवाया गया।
ठेके के सामने खेल रहा था बालक
बालक नेमीचंद गायब होने से पहले गांव में स्थित शराब ठेके के सामने खेल रहा था। उसके पिता रतनलाल ने बताया कि इसके बाद वह दिखाई नहीं दिया। ऐसे में जाहिर है कि बालक की हत्या के तार ठेके व उसके आसपास के क्षेत्र से जुड़े हैं। बालक की हत्या वहशीपन से सिर में बड़ा पत्थर मारकर की गई है। हत्या की कोई वजह भी पुलिस के समझ में नहीं आ रही है। ऐसे में पुलिस का शक है किसी आदतन शराबी ने इस वारदात को अंजाम दिया है।
किसी से रंजिश नहीं
मजदूरी का काम कर पेट पालने वाले रतनलाल की गांव में किसी से कोई रंजिश नजर नहीं आई है। ग्रामीणों का कहना है कि रतनलाल अपने काम से मतलब रखता है। किसी से दुश्मनी जैसी कोई बात नहीं है। वह करीब तीन वर्ष से यहां रह रहा है। लॉकडाउन के दौरान अपने गांव चला गया था। ग्रामीणों ने पुलिस से वारदात का जल्द खुलासा करने की मांग की है।