Read: Video:कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ पुलिस का ऐसा सुलूक कि बहने लगा खून सार्वजनिक हुए तो मुकरे विधि महाविद्यालय के प्राचार्य को हटाने का मामला पिछले दो वर्ष से चल रहा है। पिछली बार हुए तबादले के खेल में पहले भाजपा नेता हटाने की सिफारिश से मना करते रहे। लेकिन जनप्रतिनिधियों के पत्र सार्वजनिक हुए तो उनको कबूल करना पड़ा। हालांकि इसके बाद सरकार ने प्राचार्य को सीकर लगा दिया था।
Read: विधानसभा में गूंजा शेखावाटी का यह मुद्दा तो सरकार ने उठाया… जनप्रतिनिधियों पर दवाब महाविद्यालय प्राचार्य को हटाने के लिए छात्रों ने पूरा दवाब बना रखा है। महाविद्यालय प्राचार्य के भी अपने तर्क है। एेसे में जनप्रतिनिधियों की कमेटी कोई स्पष्ट निर्णय करती हुई नजर नहीं आ रही है।
Read: पहले तो लताड़ा, फिर जिले के सारे अफसरों को इन्होंने बताया लापरवाह इधर, रिसीवरी को लेकर यूटर्न राधादामोदर मंदिर ट्रस्ट की रिसीवरी को लेकर प्रशासन ने यूटर्न ले लिया है। उपखंड मजिस्ट्रेट ने मंदिर की रिसीवरी शहर कोतवाल के बजाय वापस तहसीलदार सीकर को सौप दी है। इससे पहले उपखंड मजिस्ट्रेट ने शहर कोतवाल को रिसीवरी देने के आदेश जारी किए थे। इस पर पुलिस अधीक्षक ने भी परशुराम पार्क चौकी स्थापित करने के निर्देश दिए थे। लेकिन अब चौकी के स्टाफ को धर्माणा चौकी में मर्ज कर दिया है।