सीकर. सीकर जिले की आठों विधानसभा सीटों को लेकर सोमवार को जयपुर में रायशुमारी हुई। यहां सबसे ज्यादा विरोध खंडेला विधायक व चिकित्सा राज्य मंत्री का हुआ। खंडेला जनक्रांति मंच के बैनर तले काफी कार्यकर्ता जयपुर पहुंचे। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने हाथों में तख्तिया लेकर बाजिया के विरोध में नारे लगाए। कार्यकर्ताओं ने खंडेला के बजाय किसी दूसरे को टिकट देने की मांग की है।
बैठक में मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे व प्रदेशाध्यक्ष मदनलाल सैनी ने सरकार का रिपोर्ट कार्ड कार्यकर्ताओं के बीच रखा। इसके बाद प्रत्येक विधानसभा सीट को लेकर मंथन हुआ। सीकर, दांतारामगढ़ और लक्ष्मणगढ़ विधानसभा सीट पर सबसे ज्यादा दावेदारी जताई। कई बार तो अजीब स्थिति बनी कि संगठन पदाधिकारियों से ज्यादा दावेदार नजर आए।
सभी विधानसभाओं के लिए डलवाई पर्ची
इस दौरान दावेदारों के नाम भी पर्ची डलवाई गई। कई वरिष्ठ नेताओं के भाषण से पहले सभी सीटों को लेकर स्थानीय नेताओं से चर्चा की गई। घोषणा पत्र के हिसाब से स्थानीय मुद्दों की जानकारी भी ली गई।
किस विधानसभा क्षेत्र में किसके नाम की पर्ची
सीकर: सीकर विधानसभा क्षेत्र में टिकट के लिए दो गुट नजर आए। यहां जिला परिषद सदस्य ताराचंद धायल, भाजयुमो के पूर्व अध्यक्ष डॉ. कमल सिखवाल, महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष अनिता शर्मा, वर्तमान विधायक रतन जलधारी, राजकुमार जोशी, नीलम मिश्रा, पूर्व विधायक राजकुमारी शर्मा, गोविन्द सैनी, बलवंत सिंह चिराना, सुरेश अग्रवाल व सुशीला तिवाड़ी सहित अन्य ने दावेदारी जताई।
खंडेला: बाजिया के विरोध में बना मंच
सबसे ज्यादा विरोध खंडेला विधानसभा क्षेत्र में सामने आया। यहां के कुछ कार्यकर्ताओं ने वर्तमान विधायक व चिकित्सा राज्य मंत्री के विरोध में जनक्रांति मंच का गठन कर लिया। कार्यकर्ताओं ने बाजिया के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और कार्यकर्ताओं की उपेक्षा के साथ भ्रष्टाचार के आरोप लगाए। इसके बाद आलाकमान को लिखित में शिकायत दी है। यहां से प्रभातराम जांगू, एडवोकेट बलदेव सिंह खंडेला, पूर्व सरपंच भोलूरा दूधवाल, सरदार सिंह सहित अन्य ने दावेदारी जताई है।
लक्ष्मणगढ: आप नाम बताओ, बाहर-भीतर कुछ नहीं
लक्ष्मणगढ़ की बैठक के दौरान कुछ नेताओं ने स्थानीय को टिकट देने की बात कही। इस पर प्रदेश पदाधिकारियों ने कहा कि कि आप तो नाम बताओ। यहां से दिनेश जोशी, हरिराम रणवां, मनोज सिंघानिया, अल्का शर्मा, दिलसुख चौधरी, डालूराम चाहर, हरलाल धायल, सहित अन्य सामने आए है।
नीमकाथाना: यहां से सैनिक कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष व स्थानीय विधायक प्रेमसिंह बाजौर व रघुवीर सिंह तंवर सहित अन्य नाम सामने आए। प्रदेश पदाधिकारियों ने स्थानीय समस्याओं के साथ पांच साल में हुए कार्यो की भी जानकारी स्थानीय नेताओं से ली।
दांतारामगढ़: दावेदारी जताने वाले ज्यादा
यहां से दावेदारी जताने काफी संख्या में पहुंचे। यहां से मंडी अध्यक्ष प्रभूसिंह गोगावास, माटी कला बोर्ड के चेयरमैन हरीश कुमावत, जिला परिषद सदस्य गजानंद कुमावत, सेवानिवृत्त आरएएस अधिकारी ईश्वर सिंह राठौड़, मधु कुमावत, बसंत कुमावत, ममता निठारवाल, सुरेश शर्मा, पवन पुजारी, राजेश चेजारा के नाम सामने आए।
धोद:तीन नामों की गिरी पर्ची
धोद विधानसभा क्षेत्र की रायशुमारी में वर्तमान विधायक गोरधन वर्मा, जिला प्रमुख अपर्णा रोलण व पूर्व विधायक केडी बाबर सहित अन्य नाम सामने आए है।
श्रीमाधोपुर: श्रीमाधोपुर क्षेत्र से वर्तमान विधायक झाबर सिंह खर्रा, डॉ. माधव सिंह, नरेन्द्र महरोली, दुर्गा प्रसाद खर्रा, श्याम चौधरी व डॉ. योगेश यादव का नाम चर्चा में आया है। इसके अलावा पांच से अधिक दावेदारों ने दावेदारी जताई है।
फतेहपुर: यहां भी दावेदारों की संख्या अन्य विधानसभा क्षेत्रों की तुलना में कम रही। यहां मुख्य तौर पर मधूसूदन भिण्डा, महावीर भोजदेसर, सोहन झूरिया, गोरधन ठेकेदार व धर्मेन्द्र कुमार का नाम सामने आया है।
सीकर की सभा को लेकर प्रहार
बैठक में मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने सीकर में 25 अक्टूबर को होने वाली राहुल गांधी को लेकर भी प्रहार किए। उन्होंने कहा कि सीकर की सभा को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ता आपस में देख रहे है कि इसका खर्चा कौन उठाएगा।