साल भर भक्तों का तांता लगा रहता है और नव विवाहित जोड़े सबसे पहले गढ़ गणेश मन्दिर में जात देने जरूर आते हैं। हर वर्ष गणेश चतुर्थी के पावन अवसर पर पांच दिवसीय महोत्सव धूमधाम से मनाया जाता है। साथ ही मेले और भंडारे का आयोजन किया जाता है। जिसमे समूचे प्रदेश से दूर दूर से भक्त आते हैं। पिछले कुछ समय से मन्दिर ट्रस्ट की ओर से बहुत से विकास कार्य करवाए गए है।
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ये होंगे कार्यक्रम
बाज्यावास के गढ़ गणेश मंदिर के पुजारी महावीर प्रसाद वैष्णव ने बताया कि तीन सितंबर को कलश यात्रा व हवन पूजन से मेले का शुभारंभ होगा। इसके बाद छह सितंबर को झांकी निकाली जाएगी। सात सितंबर को दुग्धाभिषेक, छप्पन भोग की झांकी सहित भंडारे का आयोजन होगा। मेले को सफल बनाने को लेकर हनुमान शिंह शेखावत, मोटलावास सरपंच प्रभुसिंह गोगावास , विनोद पारीक, बजरंग सिंह, नंदू सैन, घनश्याम शर्मा, सीताराम लांबा, कमल सिंह, कजोडमल़, गुमानाराम, रिछपाल सिंह, सतपाल सिंह, भंवर लाल आदि सहयोग कर रहे हैं।