मीडियम, तबादला व संविदा भर्ती वजह
प्रदेश में करीब एक हजार शिक्षकों ने हिंदी मीडियम में लौटने का विकल्प भरा है। इसकी तीन प्रमुख वजह मानी जा रही है। पहली वजह बहुत से शिक्षकों द्वारा दूरस्थ स्थानों से घर के नजदीक आने के फेर में इन स्कूलों में नियुक्ति के लिए इंटरव्यू देना था। पर बाद में उन्हें अंग्रेजी मीडियम में पढ़ाना रास नहीं आया। दूसरा कारण ग्रेड थर्ड शिक्षकों के तबादलों से रोक हटने की संभावना भी है। जिसके जरिए भी ये गृह जिले में लौटने की उम्मीद लगा रहे हैं। तीसरी वजह महात्मा गांधी स्कूलों में अंग्रेजी मीडियम के शिक्षकों की संविदा पर हो रही नियुक्ति है। जो मौजूदा शिक्षकों को असहज व असुरक्षा का भाव बढ़ा रही थी।
1650 से ज्यादा शिक्षक हुए थे नियुक्त
महात्मा गांधी स्कूलों में अब तक सरकारी हिंदी मीडियम स्कूलों से ही शिक्षकों को लेने की परंपरा रही थी। जिन्हें साक्षात्कार के जरिए इन स्कूलों में नियुक्त किया गया था। पिछले चार साल में करीब 1650 शिक्षक इन स्कूलों में नियुक्त हुए थे।
बीच सत्र में स्कूल बदलने पर रोक
शिक्षा विभाग के नियमानुसार महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में नियुक्ति के बाद शिक्षक सत्र के बीच में स्कूल परिवर्तन नहीं कर सकेंगे। बदलाव के लिए उन्हें हर साल नई चयन प्रक्रिया शुरू होने से पहले ही हिंदी माध्यम स्कूलों के लिए आवेदन करना होगा। खाली पदों पर नए शिक्षकों के चयन के बाद ही कार्यरत शिक्षक को मूल स्थान पर भेजा जाएगा।
इनका कहना है-
महात्मा गांधी स्कूलों के शिक्षकों को हिंदी माध्यम स्कूलों में लौटने का विकल्प दिया गया है। इसके लिए जिले के 55 शिक्षकों ने आवेदन किया है।
हरदयालसिंह फगेडिय़ा, एडीईओ