आपको बता दें कि, बीते 14 अप्रैल को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सीधी जिले के दौरे पर थे। यहां उन्होंने लाडली बहना योजना और प्रधानमंत्री आवास योजना और हितग्राहियों को भू अधिकार पट्टे का वितरण किया था। कार्यक्रम के दौरान सीएम शिवराज के साथ साथ अन्य अतिथियों ने जिले के हितग्राहियों के साथ पंगत में बैठकर भोजन किया। इस दौरान प्रशासन ने लापरवाही बरतते हुए सीएम की बगल में एक चोर को बैठा दिया। हालांकि, अब इस घटना के कुछ वीडियोज और तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद मामले ने तुल पकड़ा है। इसके बाद से ही जिला प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है। प्रशासन की ये चूक प्रदेशभर में चर्चा का विषय बनी हुई है।
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सोशल मीडिया पर वायरल हो रही तस्वीरें
ये भी जान लें कि, जिस चौर ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के बगल में बैठकर भोजन कर लिया उसका नाम अरविंद गुप्ता है, जिसपर 43 नग लकड़ी चोरी करने का आरोप लगा है और वो 10 अप्रैल को जेल भी गया था। उसके ऊपर वन विभाग के द्वारा भारतीय वन अधिनियम 1927 2, 26, 52 सहित अन्य धाराओं के तहत केसदर्ज किया था, जिसके चलते वो दो दिनों के लिए जेल में भी रहा है। लेकिन, प्रशासन की लापरवाही के चलते जेल से लौटकर आने के दो दिन बाद ही कोई शख्स सीएम की बगल में बैठकर भोजन करता है, उनके साथ सेल्फी लेता है और जिम्मेदारों को उसके बारे में कुछ पता ही नहीं होता। ऐसे में अंदाजा लगाएं कि, किसी भी गलत नियत रखने वाले के लिए भी सीएम के इतने नजदीक तक पहुंच पाना कितना आसान है। फिलहाल, देखने वाली बात ये है कि, सीएम की सुरक्षा में इतनी गंभीर लापरवाही बरतने वाले जिम्मेदारों के खिलाफ क्या एक्शन लिया जाता है।