क्या है मामला?
मामला सीधी जिले के नौढ़िया क्षेत्र से जुड़ा है, जहां करीब 45 परिवारों की जमीन रेलवे विभाग ने अधिग्रहण कर ली है। प्रभावित किसानों का आरोप है कि उन्हें उनकी जमीन के बदले उचित मुआवजा नहीं दिया गया। प्रत्येक परिवार को मात्र 1 लाख रुपये मिले, जबकि जमीन का पट्टा जिनके नाम था, उन्हें ही मुख्य मुआवजा दिया गया। छह महीने पहले रेलवे ने इन परिवारों को जमीन से बेदखल कर दिया था, जिसके बाद से पीड़ित लगातार आंदोलन कर रहे हैं। उनका कहना है कि अभी तक कोई भी जिम्मेदार अधिकारी उनकी बात सुनने नहीं आया है। छोटी सी बात पर नाबालिग की चप्पल-बेल्ट से पिटाई, दिल दहला देगा MP का ये मामला प्रदर्शन और गिरफ्तारी
अधिकारियों से बात करने के लिए शिवसैनिकों (UBT) ने जल सत्याग्रह का रास्ता अपनाया। महिलाओं सहित सभी प्रदर्शनकारी 4 फीट गहरे पानी में उतर गए। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर प्रदर्शनकारियों को बाहर निकाला और कानून के उल्लंघन का आरोप लगाते हुए 8 शिवसैनिकों (UBT) को गिरफ्तार कर लिया। सीधी डीएसपी गायत्री तिवारी ने बताया कि शिवसेना के सभी पदाधिकारियों पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।