ज्ञात रहे कि एक साल पूर्व इंदार नदी से होकर लालपुर तक प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत 1 करोड़ 39 लाख रुपए लागत से सड़क बनाई गई। महज एक साल में ही सड़क की हालत इतनी खराब हो गई कि नदी के पुल पर बनाई गई सड़क में गड्ढा हो गया। गड्ढे को देखकर ही यह समझा जा सकता है कि सड़क निर्माण में गुणवत्ता के साथ खिलवाड़ किया गया है, क्योंकि पुल में न केवल गड्ढा हुआ है, बल्कि उसके आसपास की सड़क भी धंसक गई है। महत्वपूर्ण बात यह है कि उक्त सड़क पर न तो भारी वाहनों का लोड है और न उस पर अधिक ट्रैफिक है, बावजूद इसके सड़क यदि एक साल में ही क्षतिग्रस्त होने लगी है तो उसमें यह तय है कि निर्माण एजेंसी व ठेकेदार ने मिलकर सड़क की गुणवत्ता के साथ खिलवाड़ किया है। रोड पर भी जगह-जगह गिट्टियां उखडऩे लगी हैं, वहीं पुल पर धंसकी सड़क किसी बड़े हादसे को आमंत्रित कर रही है।
सड़क में हुई गड़बड़ी के संबंध में जब प्रधानमंत्री ग्राम सड़क के प्रभारी राजेश साखोदिया से बात की तो उन्होंने कहा कि मैं तो ऑफिशियल काम देखता हूं, वह साइड वीके जैन देख रहे हैं, मैं उनका नंबर आपको दे दंूगा। इसके बाद उनका भी फोन नहीं आया। यानि सड़क निर्माण की गुणवत्ता में किए गए खिलवाड़ में सभी साझेदार हैं।