पोहरी/शिवपुरी. शासकीय प्राथमिक स्कूल ककरा (पोहरी) में शनिवार की सुबह 9 बजे जब वहां पदस्थ शिक्षिका रंजना पचौरी स्कूल पहुंचीं, तो दरवाजे को खोलते ही उन्होंने अपने साथी शिक्षक अशोक (53) पुत्र धनीराम शर्मा निवासी पोहरी को फांसी के फंदे पर लटका देखा। शिक्षिका यह नजारा देख नहीं सकी और डर के कारण वहीं गिरकर बेहोश हो गई। सूचना मिलते ही पुलिस स्कूल पहुंची तथा शव को नीचे उतारकर परिजनों को खबर दी। मृतक शिक्षक शनिवार की सुबह मॉर्निंग वॉक से वापस घर पहुंचा और चाय पीकर स्कूल गया तथा फांसी पर लटक गया। पुलिस आत्महत्या के कारण तलाशने में जुट गई।
किला रोड पोहरी में रहने वाले शिक्षक अशोक शर्मा का वेतन भी अच्छा था और उनका बेटा
कोटा में कोचिंग पढ़ रहा है, जबकि बेटी इंदौर में पढ़ाईकर रही है। अशोक हर दिन सुबह घूमने जाते थे और हर दिन की तरह आज भी वे स्थानीय लोगों के साथ घूमने गए और वहां से लौटकर घर आए और चाय भी पी। नियमित दिनचर्या के अनुरूप अशोक सुबह ही नहाकर खाना खाने के बाद स्कूल के लिए रवाना होते थे और बीच में हनुमानजी के
मंदिर पर दर्शन करके स्कूल पर पहुंचते थे। लेकिन शनिवार को वे लोअर व शर्ट पहनकर ही घर से आधा किमी दूर पैदल ही स्कूल गए, जबकि हर दिन वे स्कूटी से जाते थे। यानि यह तो तय है कि अशोक ने अपनी जीवनलीला समाप्त करने का मन घर से निकलते समय ही बना लिया था।
जिस स्कूल में अशोक पदस्थ हैं, वहां चार शिक्षक, एक अन्य जो शिवपुरी से आता है, जबकि दो शिक्षिकाएं पोहरी से ही पहुंचती हैं। चूंकि स्कूल की चाबी अशोक पर रहती थी, इसलिए वे सबसे पहले पहुंचकर स्कूल खोलते थे। सुबह लगभग नौ बजे जब स्कूल में पदस्थ शिक्षिका रंजना पहुंचीं, तो स्कूल के कमरे का दरवाजा अंदर से बंद नहीं था। रंजना ने जैसे ही दरवाजा खोला तो सामने अशोक की लाश स्कूल के कमरे में टेबल के पास लटक रही थी। एकाएक सामने यह नजारा देखकर रंजना इतनी बुरी तरह से डर गईं, कि उनके मुंह से चीख निकली और वे वहीं पर गिरकर बेहोश हो गईं। पुलिस अब आत्महत्या के कारणों को जानने का प्रयास कर रही है।