केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने शिवपुरी की बेटी के अपहरण के मामले में संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से बात की। उन्होंने सीएम से कहा कि पुलिस जल्द से जल्द तहकीकात कर हमारी बेटी को वापस लाए। छात्रा के पिता से भी सिंधिया ने फोन पर बात करके आश्वासन दिया कि बेटी को वापस लाना अब मेरी जिम्मेदारी, वह बस आपकी बेटी नहीं, मेरी भी बेटी है।
सूत्रों के अनुसार पुलिस मैसेज भेजने वाले तक पहुंच गई है। पुलिस ने जयपुर के सिंधी कैंप से एक युवक को राउंडअप भी किया गया है और उससे जानकारी जुटा रही है। वहीं एसपी ने किसी को राउंडअप करने के इनकार करते हुए कहा कि पुलिस छात्रा की तलाश में जुटी हुई है।
सूचना पर पुलिस तुरंत बताई गई कोचिंग संस्थान पहुंची और छात्रा की जानकारी जुटाई, लेकिन छात्रा उस कोचिंग संस्थान में दाखिला ही नहीं लिया था। रात में ही छात्रा के माता-पिता भी कोटा पहुंच गए थे। जांच में सामने आया है कि अगस्त 2023 में मां अपनी बेटी के एडमिशन के लिए कोटा आई थी, लेकिन कोटा के किसी भी कोचिंग संस्थान में एडमिशन नहीं लिया था। साथ ही छात्रा का शहर के किसी हॉस्टल या पीजी में रहना भी नहीं पाया गया।
– नीट की छात्रा का फिजिक्स वाला कोचिंग में एडमिशन बताया गया है, लेकिन जब कोटा पुलिस ने वहां जाकर पता किया तो बताया गया कि वो वहां पढ़ती ही नहीं है। केवल एडमीशन फार्म लेकर गई थी।
– लड़की के मोबाइल की लास्ट लोकेशन हरियाणा गुड़गांव की आ रही है साथ ही लड़की के बंधक वाले जो फोटो भेजे गए, उसमें पीछे रखे चावल के बोरे पर एक मोबाइल नंबर भी नजर आ रहा है। जिस पर जब संपर्क किया तो वो हरियाणा के किसी अमन का है।
जांच में कोचिंग की तरफ से मैसेज भी फर्जी पाए गए
एसपी ने बताया कि परिजनों के पास जो कोचिंग के मैसेज जा रहे थे, उपस्थित या अनुपस्थित या फिर इतने नंबर आए हैं। ये मैसेज कोचिंग की तरफ से नहीं जा रहे थे। ये मैसेज उसी ने कोई नंबर ले रखा था, उसी से परिजनों के पास जा रहे थे।
पुलिस ने छात्रा की तलाश के लिए विभिन्न टीमें तैयार कर राजस्थान के अलावा अन्य राज्यों में भेज रखी है। घटनाक्रम का खुलासा छात्रा के मिलने के बाद ही चल पाएगा।