ज्ञात रहे कि शहर में सिंध जलावर्धन योजना पिछले 11 साल से निर्माणाधीन है तो वहीं सीवर प्रोजेक्ट का काम भी लगभग 9 वर्ष से चल रहा है। इन दोनों प्रोजेक्टों के फेर में शहर को न केवल बेतरतीबी से खोदा, बल्कि काम अधूरा पड़ा होने की वजह से खोदी गई सड़कों को बरसों बाद भी नहीं बनाया गया। जिसका दंश लंबे समय से शहर की ढाई लाख की आबादी झेलने को मजबूर है। मॉनीटरिंग के अभाव में यह प्रोजेक्ट पूरा होने का नाम नहीं ले रहे तथा उनमें रह गई खामियों को दूर करने की दिशा में कोई पहल नहीं की जा रही थी। बीते दो सप्ताह से केबिनेट मंत्री व शिवपुरी विधायक यशोधरा राजे सिंधिया ने जब शहर विकास के चल रहे कार्यों की समीक्षा शुरू की तो फिर इन कामाों में गति आना शुरू हुई। एक तरफ जहां शहर के मध्य हाईवे पर बन रही थीम रोड के काम ने रफ्तार पकड़ ली, तो वहीं दो साल से लंबित पड़ी झांसी तिराहा-हवाई पट्टी वाली थीम रोड का काम भी अब शुरू हो रहा है। यह दोनों थीम रोड बनने के बाद जहां शहरवासियों को आवागमन की बेहतर सुविधा मिलेगी, वहीं शहर में एक नया लुक भी आएगा। शिवपुरी भी फिर महानगरों की तरह नजर आने लगेगा।
वार्डवासियों को बंधी आस शहर के वार्डों में डाली गई जलावर्धन व सीवर प्रोजेक्ट की लाइन के फेर में कॉलोनी-मोहल्लों की सड़कों को खोदकर बरसों से यूं ही छोड़ दिया गया था। चूंकि यह सड़कें नगरपालिका की हैं और इन्हें बनाने के लिए नपा के पास बजट ही नहीं है, ऐसे में वार्डवासी भी उम्मीद छोड़ बैठे थे कि अब उनके मोहल्ले-कॉलोनी की सड़कें बन पाएंगी, लेकिन बीते दो सप्ताह में चार सड़कें बनने के बाद उनका लोकार्पण हो गया, जबकि पांच दूसरी सड़कों को बनाए जाने के लिए भूमिपूजन हो गया और जल्दी ही यह सड़कें भी बन जाएंगी। इन सड़कों के लिए विधायक निधि से बजट देकर काम करवाया जा रहा है। यदि ऐसे ही मॉनीटरिंग होती रही तो शहर की अन्य बदहाल सड़कें भी जल्दी बन जाएंगी।
बदली पुरानी लाइन तो फिर नहीं रुकेगी सप्लाई शहर के जल संकट को दूर करने के लिए 11 साल से चल रही सिंध जलावर्धन योजना में होने वाली सप्लाई इसलिए बाधित हो रही है, क्योंकि पुरानी पाइप लाइन में लीकेज हो जाने से पानी की बर्बादी होती रही है। इस पुरानी लाइन को बदलने के लिए शासन के पास प्रस्ताव पहुंच चुका है और जब पुरानी लाइन बदल जाएगी तो फिर सिंध प्रोजेक्ट की सप्लाई बाधित नहीं होगी, बल्कि सिंध का पानी शहर तक नियमित सप्लाई होता रहेगा।
सीवर प्रोजेक्ट में भी आड़े नहीं आएगा बजट शहर में पिछले 9 साल से चल रहा सीवर प्रोजेक्ट संभवत: अब जल्दी ही पूरा हो जाएगा, क्योंकि बजट के फेर में इसका काम बीच-बीच में रुकता रहा है। अब जबकि झील संरक्षण परियोजना के लिए राशि स्वीकृत हो गई है, इसलिए यह प्रोजेक्ट भी जल्द ही अपने अंजाम तक पहुंच पाएगा। शहर में जिस जगह पर सीवर लाइन का मिलान किया जाना है,वो काम भी अब शुरू हो गया है। कमलागंज पुलिया पर सड़क के आरपार खुदाई करके लाइन को जोड़ा जाएगा।