शिवपुरी. मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले के अंतर्गत आने वाले बदरवास तहसील की शासकीय माध्यमिक विद्यालय माढ़ागणेशखेड़ा में स्कूल भवन होने के बावजूद वहां पदस्थ शिक्षिका बाहर खुले में बच्चों को पढ़ा रही हैं। शिक्षिका पर मनमानी और धमकी देने का आरोप लगाते हुए स्कूल के हेडमास्टर ने एक वीडियो बनाकर जारी किया है। वहीं, शिक्षिका का कहना है कि, स्कूल कक्षों में जानवरों के कीड़े भरे होने से बच्चों को मजबूरन बाहर पढ़ाया जा रहा है। अब सच्चाई जो भी हो, लेकिन शिक्षकों के इस विवाद ने बच्चों की फजीहत कर दी है।
माध्यमिक विद्यालय माढ़ागणेशखेड़ा के हेडमास्टर बद्रीप्रसाद पाल ने एक वीडियो जारी करते हुए शिक्षिका पर गंभीर आरोप लगाए हैं। वीडियो में उन्होंने हाथ जोड़कर खुद को ओबीसी का बताकर शिक्षिका उमा कुशवाहा पर मनमानी करते हुए बच्चों को खुले में पढ़ाने की बात कही है। पाल का कहना है कि, खुले में बच्चों को बैठाकर पढ़ाने से सांप-कीड़े का डर बना हुआ है, जबकि स्कूल भवन मौजूद है। साथ ही वो ये भी कह रहे हैं कि, अगर वो उनसे कुछ कहते हैं तो वो झूठे मामले में फंसाने की धमकी देती हैं। हेडमास्टर ने अपना ये वीडियो बनाकर विभागीय अधिकारियों को भी भेजा है। हेडमास्टर और शिक्षिका के बीच चल रही इस खींचतान के बीच में बच्चों की मुसीबत बढ़ी हुई है।
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शिक्षिका बोलीं- भवन में इल्ली-कीड़ों से बच्चों को खतरा
वहीं, दूसरी तरफ विद्यालय में पदस्थ शिक्षिका उमा कुशवाह का कहना है कि, स्कूल कक्षों के सामने एक बरामदा है, जिसमें सभी तरह के जानवर आकर बैठते हैं। जानवरों में रहने वाली इल्ली और अन्य कीड़े स्कूल कक्षों में भरे पड़े हैं। उन्होंने बताया कि, एक बार तो मैंने बच्चों के साथ मिलकर धुलाई भी की थी, लेकिन जानवरों का बैठना बंद नहीं हुआ तो उनमें से निकलने वाले कीड़ों की संख्या स्कूल कक्षों में कम नहीं हुई। शिक्षिका ने बताया कि, बच्चों के साथ-साथ हमारे पैरों में भी ये कीड़े चिपकते हैं, जिससे बीमारी का खतरा बना हुआ है। हमने हेडमास्टर से कहा था कि, स्कूल में दवा का छिड़काव करवाकर सफाई करवा दो, लेकिन उन्होंने ऐसा तो नहीं किया, बल्कि एक ग्रामीण को शराब के नशे में स्कूल भेजकर हमसे अभद्रता जरूर करवाई।