दिल्ली एम्स में हुई मौत
दिल्ली एम्स अस्पताल (Delhi Aiims) पहुंचने के आधा घंटे बाद ही बालक ने दम तोड़ दिया। अगले दिन 4 नवंबर को बालक का अंतिम संस्कार शिवपुरी में किया गया। सरकारी आंकड़ो की मानें तो शिवपुरी में डेंगू बीमारी से यह पहली मौत हुई है और अभी तक इस बीमारी से पीडि़त मरीजों की संख्या 117 हो गई है।
24 अक्टूबर को खराब हुई थी तबियत
जानकारी के मुताबिक शिवपुरी शहर के कृष्णपुरम कॉलोनी निवासी अभय त्रिपाठी के पुत्र आराध्य त्रिपाठी (12) की तबीयत 24 अक्टूबर को खराब हुई थी। पिता ने बेटे की प्राइवेट जांच कराई तो आराध्य की प्लेटेटस कम निकली। इसके बाद आराध्य को 26 अक्टूबर की रात 10 बजे जिला अस्पताल भर्ती कराया गया। यहां से अगले दिन 27 अक्टूबर को डॉक्टरों ने बालक को ग्वालियर अस्पताल रैफर कर दिया। 29 अक्टूबर को डेंगू रिपोर्ट पॉजीटिव
ग्वालियर के जयारोग्य अस्पताल में आराध्य की डेंगू की जांच कराई जो कि 29 अक्टूबर को आई और उसमें बालक डेंगू पॉजीटिव निकला। इलाज के बाद भी आराध्य की हालत में सुधार नही हो रहा था। इसके चलते 3 नंवबर को उसे डॉक्टरों ने दिल्ली रैफर कर दिया, और दिल्ली एम्स अस्पताल में आधा घंटे इलाज के बाद आराध्य की मौत हो गई। बता दें कि अभय त्रिपाठी का एक ही बेटा आराध्य था और उसकी मौत के बाद पूरा परिवार बिखर गया है।
प्लेटलेट्स कम होने के बाद भी जिला अस्पताल में नहीं हुई डेंगू की जांच
बच्चें के पिता अभय त्रिपाठी ने जिला अस्पताल प्रबंधन पर उपचार में लापरवाही के आरोप लगाते हुए बताया है कि उनका बेटा शिवपुरी जिला अस्पताल में 24 घंटे भर्ती रहा, लेकिन डॉक्टरों ने उसकी डेंगू की जांच नही कराई, जबकि उनको हमने प्राइवेट जांच रिपोर्ट बताई थी जिसमें प्लेटलेट्स कम थी। इलाज भी उस तरीके का नही किया गया। पिता ने कहा कि उन्होंने ड्यूटी डॉक्टर से भी जांच व उपहार के लिए अनुरोध किया था, पर किसी ने ध्यान नही दिया और सीधा ग्वालियर रैफर कर दिया। अगर उसे समय पर सही उपचार मिलता तो आज वह हमारे साथ होता।
अब जिले में कुल 117 डेंगू के मरीज
जिले में पिछले दो माह में तेजी से डेंगू के मरीज चिह्नित हो रहे है। आज की तारीख में कुल 117 मरीज जिले में हो चुके है। इनमें शहर में 24, बदरवास में 24, पोहरी में 22, पिछोर में 16, करैरा में 2, खनियांधाना में 2, कोलारस में 10, नरवर में 13 व सतनवाड़ा में 4 मरीज शामिल है।
डॉक्टर्स बोले
बच्चें को अस्पताल में जब लेकर आए थे, तब उसे उल्टी व दस्त की शिकायत बताई गई थी। अगले दिन उसे बुखार था। जब उसके प्लेटलेट्स कम आए तो हमने उसे तत्काल ग्वालियर रैफर कर दिया।
-बीएल यादव, सिविल सर्जन, जिला अस्पताल
ग्वालियर में बालक की जो डेंगू की रिपोर्ट आई थी, उसके बालक का पता सही नही था। साथ ही हमको ग्वालियर से इस संबंध में कोई सूचना नही दी गई। हम मामले को दिखवा रहे है। आगे उचित कार्रवाई की जाएगी।
-डॉ संजय ऋषिश्वर, सीएमएचओ, शिवपुरी
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