शिवपुरी

मां का कर्जा उतारने के लिए बंधुआ बनी बालिका को कराया मुक्त

कोरोना महामारी की दूसरी लहर में पिता को खोने के बाद मां का कर्ज उतारने के लिए बंधुआ बनी बालिका को प्रशासन की टीम व बंधुआ मुक्ति मोर्चा की टीम ने मुक्त करा लिया।

शिवपुरीMay 25, 2021 / 10:55 pm

rishi jaiswal

मां का कर्जा उतारने के लिए बंधुआ बनी बालिका को कराया मुक्त

शिवपुरी. कोरोना महामारी की दूसरी लहर में पिता को खोने के बाद मां का कर्ज उतारने के लिए बंधुआ बनी बालिका को प्रशासन की टीम व बंधुआ मुक्ति मोर्चा की टीम ने मुक्त करा लिया। उल्लेखनीय है कि कोरोना से पिता को खोने के बाद भोपाल की रहने वाली बालिका उज्जू (परिवर्तित नाम) एवं इसकी मां आर्थिक रूप से परेशान हुईं तो इंदर सिंह गुर्जर पुत्र मोहर सिंह गुर्जर ग्राम आंकुर्सी थाना बैराड़ जिला शिवपुरी ने उज्जु की मां को 15 हजार रुपए उधार देकर उज्जू को अपने गांव आकुर्सी में बंधुआ बना लिया था। मामले की जानकारी के मिलते ही बंधुआ मुक्ति मोर्चा गुना के जिला संयोजक नरेंद्र भदौरिया ने 23 मई को शिवपुरी कलेक्टर को शिकायत पत्र भेजकर तत्काल रिहा करने की गुहार लगाई।

जिलाधिकारी शिवपुरी ने 24 मई को एसडीएम पोहरी को आदेश जारी कर बालिका को बंधुआ मजदूरी से मुक्ति दिलाने के लिए निर्देश दिए। इसके बाद एसडीएम के नेतृत्व में गठित रेस्क्यू टीम एवं बंधुआ मुक्ति मोर्चा की टीम ने पोहरी ब्लॉक की गलियां छानीं, लेकिन बालिका का पता नहीं चला। फिर 25 मई को बालिका को प्रशासन की गठित टीम एवं बंधुआ मुक्ति मोर्चा की टीम ने इंदर सिंह गुर्जर पुत्र मोहन सिंह गुर्जर गांव आकुर्सी जिला शिवपुरी के खेत पर बने मकान से बालिका को मुक्त करवा लिया। बालिका ने रेस्क्यू टीम को बताया कि 15 हजार के कर्ज को उतारने के लिए इंदर सिंह उसे भोपाल से शिवपुरी अपने घर पर घरेलू काम करवाने के लिए ले आया और उसके बाद उससे जबरदस्ती काम लेने लगा। बालिका ने रेस्क्यू टीम को यह भी बताया कि उसके साथ दैहिक शोषण एवं आर्थिक शोषण किया जा रहा है। काम के बदले उसे किसी प्रकार का कोई भी दाम नहीं मिल रहा है। इंदर सिंह गुर्जर एवं उसके परिवार के साथी उसे अपनी मां से भी फोन पर बात नहीं करने देते।

बालिका को मुक्त कराने वाली टीम में विजय कुमार शर्मा तहसीलदार बैराड़, नितिन भार्गव सब इंस्पेक्टर थाना बैराड़, राजेंद्र तिवारी थाना बैराड़, रंजीत चौधरी, प्रभु दयाल, मुकेश कुमार गुप्ता, विनय राजपूत पटवारी हल्का आकुर्सी एवं बंधुआ मुक्ति मोर्चा गुना के नरेंद्र भदौरिया मौके पर उपस्थित थे। बंधुआ मुक्ति मोर्चा के जनरल सेक्रेटरी निर्मल गोराना ने बताया कि बालिका को तत्काल मुक्ति प्रमाण पत्र जारी करके 20 हजार रुपए की तत्काल सहायता राशि बंधुआ मजदूरों के पुनर्वास की योजना 2016 के तहत प्रदान कर पुलिस संरक्षण के साथ उसे उसके निवास स्थान भोपाल भेजना चाहिए। वहीं बैराड़ थाना प्रभारी सतीश चौहान का कहना है कि इस मामले में बंधुआ बनाने वाले के खिलाफ भोपाल में मामला दर्ज किया जाएगा।

Hindi News / Shivpuri / मां का कर्जा उतारने के लिए बंधुआ बनी बालिका को कराया मुक्त

Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.