जानकारी के मुताबिक, शहर के वार्ड क्रमांक-1 के नोहरी-बछोरा की सड़क पर 8 फीट लंबा मगरमच्छ सड़क किनारे अपना मुंह फाड़कर बैठा था। स्थानीय लोगों का कहना है कि, ऐसा प्रतीत हो रहा था कि जैसे वो किसी का शिकार करने की तैयारी में बैठा था। नजारा देखकर कॉलोनीवासियों में दहशत फैल गई। इसके बाद वन विभाग को सूचना दी गई। सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम ने मगरमच्छ का रेस्क्यू कर उसे सुरक्षित चांदपाठा झील में छोड़ दिया है।
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लगातार कॉलोनियों में घुस रहे हैं मगरमच्छ
बताया जा रहा है कि, मगरमच्छ बीते एक माह से इसी इलाके में घूम रहा था। जब भी क्षेत्र में बारिश होती है, तो मगरमच्छ सड़कों पर निकल आते हैं। वन विभाग की टीम को कई बार इसकी सूचना दी गई, लेकिन रेस्क्यू टीम के पहुंचने से पहले ही मरगमच्छ मौके से फरार होने में कामयाब हो जाता था। बता दें कि, शिवपुरी के माधव नेशनल पार्क में स्थित चांदपाठा झील में मगरमच्छों की संख्या अधिक है। जिसके कारण बीते चार साल से शहर में निकलने वाले मगरमच्छों को अमोला पुल पर सिंध नदी में छोड़ा जा रहा है।