शिमला

खुशखबर: सेब सुर क्षित, बेहतर दाम सुनि श्चित। कैसे जानिए

प्रदेश में सेब बागवानी के क्षेत्र में बहुआयामी प्रयास

शिमलाSep 15, 2024 / 06:41 pm

satyendra porwal

यूनिवर्सल कार्टन: एक करोड़ 11 लाख 92 हजार पेटी सेब मंडियों में भेजा

शिमला. यूनिवर्सल कार्टन व्यवस्था प्रदेश में सेब बागवानी के क्षेत्र में बहुआयामी प्रयास है जिससे बागवानों के उत्पाद की गुणवत्ता की सुरक्षा के साथ उन्हें बेहतर दाम प्राप्त करने में मदद मिल रही है। सरकार के इस कदम से बागवानों को नई दिशा व आर्थिक स्थिति में सुधार की उम्मीद जागी है।

उपयोगिता कारगर साबित

प्रदेश में बागवानों को पैकिंग समाधान की आवश्यकता और सेब की गुणवत्ता को बनाए रखने व बेहतर दामों की आवश्यकता के तहत यूनिवर्सल कार्टन की उपयोगिता कारगर साबित हो रही है। पारम्परिक कार्टन के उपयोग से फसलों को नुकसान की शंका व कीमतें गिरने की समस्या से भी निजात मिलेगी। यूनिवर्सल कार्टन से बागवानों को मानकीकृत, टिकाऊ और उच्च गुणवत्ता वाली पैकिंग सुविधा प्राप्त हुई है, जिससे फसलों की सुरक्षा सुनिश्चित हुई व बाजार में प्रतिस्पर्धा बढ़ी है। इससे सेब को होने वाली क्षति से बचाया जा सकता है व गुणवत्ता बनी रहती है।

सेब कीमत तय करने का मिला अधिकार

जहां बागवानों को सेब की कीमत तय करने का अधिकार मिला है, वहीं बिचौलियों और व्यापारियों की निर्भरता से बागवान का बचाव होगा। यूनिवर्सल कार्टन माध्यम से बागवान सीधे उत्पाद की पैकिंग बेहतर रूप से कर अधिक मूल्य प्राप्त कर सकते हैं। इसके लिए विशेष मानक भी निर्धारित किए गए हैं, जिसमें आकार, तहों की संख्या, वजन अथवा क्षमता आदि मानकों का पालन कर उच्च गुणवत्ता वाले कार्टनाें के माध्यम से फलों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा रही है।

जानकारी व जागरूकता की प्रदान

प्रदेश सरकार द्वारा इसे लागू करने के लिए बागवानों का समर्थन, कार्टन की उपलब्धता, प्रशिक्षण कार्यक्रमों की व्यवस्था के माध्यम से कार्टन का सही उपयोग करने के प्रति जानकारी व जागरूकता प्रदान की गई। स्थानीय स्तर पर कार्टन निर्माण इकाइयों को प्रोत्साहित कर बागवानों को कार्टन उपलब्धता सुनिश्चित करने का प्रयास किया।

आय में वृद्धि तथा आर्थिक विकास को बढ़ावा

बागवानों की आय में वृद्धि तथा आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए यूनिवर्सल कार्टन महत्त्वपूर्ण कदम है। अन्य फसलों के लिए भी यह पहल आदर्श रूप में देखी जा रही है। इस वर्ष सेब सीजन के दौरान प्रदेश में लगभग एक करोड़ 11 लाख 92 हजार 542 यूनिवर्सल कार्टन से सेब की फसल अभी तक देश की विभिन्न मंडियों में पहुंचाई जा चुकी है।

शिमला-किन्नौर समिति रही नम्बर वन

हिमाचल प्रदेश में कृषि उत्पाद विपणन समिति के अन्तर्गत मंडियों द्वारा तथा समितियों के माध्यम से स्थापित नियंत्रण कक्षों एपीएमसी में मंडियों के बाहर से जाने वाले माल के पंजीकरण के तहत अभी तक शिमला एवं किन्नौर समिति में 71 लाख 48 हजार 757, सोलन से 19 लाख 47 हजार 511, कुल्लू एवं लाहौल-स्पिति कृषि उत्पाद विपणन समिति द्वारा 13 लाख 1668 यूनिवर्सल कार्टन के माध्यम से सेब देश की मंडियों में भेजा गया।

यूनिवर्सल कार्टन का कारोबार

कांगड़ा विपणन समिति से 5,201, सिरमौर 1312, ऊना समिति द्वारा 918, बिलासपुर 456 तथा हमीरपुर के माध्यम से 1921 व चम्बा कृषि उत्पाद विपणन समिति द्वारा 30 पेटी यूनिवर्सल कार्टन का कारोबार भी किया गया। एचपीएमसी द्वारा भी लगभग 50 हजार यूनिवर्सल कार्टन प्रदेश की विभिन्न मंडियों में भेजे गए हैं।

ऐसे होता है यूनिवर्सल कार्टन

ये कार्टन एक सिंगल पीस बॉक्स होता है, जिसे बड़ा नहीं किया जा सकता और न ही सेब की ट्रे को बढ़ाया जा सकता है.टेलीस्कोपिक या इससे पहले प्रचलित अन्य कार्टन ऐसे बॉक्स होते हैं, जिनमें एक कार्टन में दो बॉक्स होते हैं और सेब की 5 लेयर को 7 तक बढ़ाया जा सकता है।

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