कई वर्षों परिंदों के आवागमन का सिलसिला
विदेशी परिंदों के आवागमन का सिलसिला कई वर्षों से चल रहा है। विदेशी सरजमीं को कुछ महीनों के लिए छोड़कर आने वाले इन विदेशी परिंदों में गेडबाल पी डक सहित कई अन्य प्रजातियों के परिंदे हर वर्ष हिमाचल तथा पंजाब की झीलों में आते हैं। मार्च-अप्रैल में वतन लौटने के बाद यह समय इनकी ब्रीडिंग का होता है। हिमाचल और पंजाब में इन प्रजातियों पर काम करने वाले बर्ड-वाचर प्रभात भट्टी के अनुसार इन विदेशी मेहमानों का आना अभी शुरू हुआ है। अगले माह तक पूरी तरह से हिमाचल तथा पंजाब की झीलों में विदेशी परिंदों का कब्जा होगा, जो मार्च अंत तक रहेगा। उसके बाद सभी मेहमान वतन लौट जाएंगे।
विदेशी परिंदों के आवागमन का सिलसिला कई वर्षों से चल रहा है। विदेशी सरजमीं को कुछ महीनों के लिए छोड़कर आने वाले इन विदेशी परिंदों में गेडबाल पी डक सहित कई अन्य प्रजातियों के परिंदे हर वर्ष हिमाचल तथा पंजाब की झीलों में आते हैं। मार्च-अप्रैल में वतन लौटने के बाद यह समय इनकी ब्रीडिंग का होता है। हिमाचल और पंजाब में इन प्रजातियों पर काम करने वाले बर्ड-वाचर प्रभात भट्टी के अनुसार इन विदेशी मेहमानों का आना अभी शुरू हुआ है। अगले माह तक पूरी तरह से हिमाचल तथा पंजाब की झीलों में विदेशी परिंदों का कब्जा होगा, जो मार्च अंत तक रहेगा। उसके बाद सभी मेहमान वतन लौट जाएंगे।